लगातार हो रही बारिश आफत, बाढ़ की आशंका से कांपे लोग

दो साल पूर्व चक्रधरपुर के लोगों ने बाढ़ की ऐसी विभीषिका देखी कि जब लगातार मूसलाधार बारिश होने लगती है तो बरबस ही ह्दय अनहोनी की आशंका से कांप उठता है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 06:01 AM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 06:01 AM (IST)
लगातार हो रही बारिश आफत, बाढ़ की आशंका से कांपे लोग
लगातार हो रही बारिश आफत, बाढ़ की आशंका से कांपे लोग

जासं, चक्रधरपुर : दो साल पूर्व चक्रधरपुर के लोगों ने बाढ़ की ऐसी विभीषिका देखी कि जब लगातार मूसलाधार बारिश होने लगती है तो बरबस ही ह्दय अनहोनी की आशंका से कांप उठता है। मंगलवार की रात को भी लगातार मूसलाधार बारिश से लोगों की नींदें उड़ना लाजिमी था। नदी एवं तटीय क्षेत्र में रहने वाले लोग लगातार तेज बारिश से चिता के भंवर में गोते लगा रहे थे। वजह साफ थी कि संजय नदी फिर से अपने रौद्र रूप अख्तियार करने लगा था। लोग फिर से बाढ़ की त्रासदी की अनहोनी से आक्रांत थे। वहीं नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने की सूचना देर रात तक लोगों तक पहुंच गई। पुन: भारी बाढ़ की आशंका पर चक्रधरपुर के वार्ड संख्या 2 के पार्षद सह झामुमो नेता दिनेश जेना ने जानमाल को बचाने के लिए चक्रधरपुर के थाना प्रभारी प्रवीण कुमार को इतला दी। देर रात में ही पुलिस प्रशासन और बिजली विभाग के सहयोग से चक्रधरपुर के पुराना बस्ती पातु कालोनी, दंदासाई और कुदलीबाड़ी लघु सिचाई विभाग परिसर में रहने वाले लोग ऊंचे एवं सुरक्षित स्थान ले जाए गए। इस दौरान लोगों की सांसें अटकी रही। देर रात दो बजे के उपरांत संजय नदी का जलस्तर कम होता गया, जिसके बाद लोगों की जान में जान आई। वहीं नदी का जलस्तर अत्यधिक बढ़ जाने से चक्रधरपुर के तटीय क्षेत्र पुराना बस्ती पातु कालोनी, दंदासाई और कुदलीबाड़ी लघु सिचाई विभाग परिसर में बाढ़ का प्रवेश हो गया। बाढ़ से पुराना बस्ती सीढ़ी घाट, बलिया घाट जलमग्न हो गया। जबकि चक्रधरपुर-सोनुवा मुख्य मार्ग पर एबीसी हॉस्टल के समीप अवस्थित पुरानी छोटी पुलिया के ऊपर से बाढ़ बहा। हालांकि लोगों को भारी नुकसान की कोई सूचना नहीं है।

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सोनुवा-गोईलकेरा में संजय नदी उफान पर

संवाद सूत्र, सोनुवा : क्षेत्र में पिछले तीन-चार दिनों से हो रही लगातार बारिश से नदी नालों का जलस्तर बढ़ गया है। इस दौरान संजय नदी का जलस्तर बढ़ने से बीती रात से ही चक्रधरपुर- सोनुवा-गोईलकेरा मुख्य सड़क में सोनुवा के पास महुलडीहा पुलिया के ऊपर पानी बहने लगा। सुबह कई घंटे पुलिया के ऊपर पानी बहने से इस मुख्य सड़क पर आवागमन ठप रहा। यहाँ जलापूर्ति योजना का पाईपलाईन भी क्षतिग्रस्त हो गया। इसके अलावा इसी मुख्य सड़क में चाँदीपोस के पुलिया के ऊपर भी रात से बुधवार सुबह के बाद कई घंटे तक नदी का पानी बह रहा था। जिससे मुख्य सड़क पर सुबह से ही कई घंटे तक आवागमन ठप रहा। इधर सोनुवा बाजार क्षेत्र से गुजरे नहर का जलस्तर बढ़ने से सोनुवा बाजार क्षेत्र के बस्ती के कई घरों में भी पानी घुस गया, जिससे लोगों को काफी परेशानी हुई। भारी बारिश से सोनुवा के पनसुआं डैम का जलस्तर भी बढ़ गया है और डैम का पानी ओवरफ्लो हो रहा है।

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रिफ्यूजी कालोनी को शहर से जोड़ने वाली पुलिया का एप्रोच बहा, संपर्क कटा

जासं, चक्रधरपुर : विजय नदी पर बनी पुलिया जो सैकड़ों गांवों को चक्रधरपुर शहर से जोड़ती है, की एप्रोच सड़क बारिश में बह गई है। इससे रिफ्यूजी कालोनी समेत कई गांवों का संपर्क शहर से कट गया। पुलिया का निर्माण साल 2009 में हुआ था। यह पुलिया साल 2018 में आई बाढ़ में भी बह गई थी। जिसे मिट्टी डालकर चलने योग्य बना दिया गया था। जिसे पुन: बनाने की करने प्रक्रिया केवल मौखिक रूप से ही हो रही थी। मंगलवार की रात हो रही लगातार बारिश की वजह से नदी में आई उफान से पुलिया का एप्रोच बह गया। यह पुलिया सैकड़ों गांव को चक्रधरपुर शहर से जोड़ती थी। जिसके क्षतिग्रस्त होने से कई गांवों के लोगों की परेशानी बढ़ गई है। मधुसूदन महतो टीचर ट्रेनिग कॉलेज, कांसेप्ट पब्लिक स्कूल, दिल्ली पब्लिक, सेंट मैरी स्कूल, एवं स्काई प्राथमिक विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस परिस्थिति में ग्रामीणों को चक्रधरपुर शहर को जोड़ने के लिए कम से कम 10 किलोमीटर अतिरिक्त सफर तय करना पड़ रहा है। ग्रामीणों की मानें तो चुनाव के पूर्व सभी दल के नेता यहां पहुंचते हैं एवं पुलिया को पुन: बनाने की वादा बना कर भूल जाते हैं।

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बंदगांव में बारिश का कहर, कई घर गिरे

लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त कई घर गिरे विजय नदी पर स्थित बरड़ीह के पास पुलिया किनारे बह गया। विगत दिनों भारी बारिश के कारण बरडीह पुलिया बह जाने से मिटटी मुरम डालकर उससे आने-जाने लायक बनाया गया था इस बार विजय नदी के बाढ़ के कारण वही जगह पुन: बह गया जिससे ओटार जोमरो बषटमपदा आदि गांव के लोगों का आवागमन संपूर्ण रूप से बंद है। कराईकेला के टोला बाऊरीसाई में बारिश के कारण सात घरों के दीवार गिर जाने से छावनी संपूर्ण रूप से गिर गया। लोगों द्वारा जानकारी के अनुसार और भी कई जगह घर गिरे हैं कहीं गाछ गिर गया है।

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