प्राइवेट एंबुलेंस में मरीजों करनी पड़ती है दोगुनी जेब ढीली

पश्चिमी सिंहभूम जिला में आपको अचानक एंबुलेंस की जरुरत हो जाए तो प्राइवेट एंबुलेंस की भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। क्योंकि यह प्राइवेट एंबुलेंस में दाम पर किसी का नियंत्रण नहीं है..

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 08:00 AM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 08:00 AM (IST)
प्राइवेट एंबुलेंस में मरीजों करनी पड़ती है दोगुनी जेब ढीली
प्राइवेट एंबुलेंस में मरीजों करनी पड़ती है दोगुनी जेब ढीली

जासं, चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिला में आपको अचानक एंबुलेंस की जरुरत हो जाए तो प्राइवेट एंबुलेंस की भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। क्योंकि यह प्राइवेट एंबुलेंस में दाम पर किसी का नियंत्रण नहीं है। जमशेदपुर के लिए 3500 और रांची के लिए 7000 से अधिक लिया जाता है। इस हिसाब से देखा जाये तो जमशेदपुर के लिए प्रति किलो मीटर 29 रुपये और रांची के लिए 25 रुपये चुकाने होंगे। जबकि झारखंड सरकार ने पहले संक्रमण के दौरान एंबुलेंस का दर 14 रुपये प्रति किलो मीटर तय किया है। पेट्रॉल और डीजल के दाम में वृद्वि के बाद भी 16 से 17 रुपये प्रति किलो मीटर दर तय होना चाहिए। जबकि यहां तो दोगुना दाम वसूला जाता है। इस दौरान आपके किसी परिवार के सदस्य की मौत हो जाये तो दूरी के हिसाब से दाम में भारी-भरकम की बढ़ोत्तरी कर दी जाती है। इस दौरान मजबूरी में लोग प्राइवेट में जितना दाम बोलने से देना ही पड़ता है। कोरोना संक्रमण काल में प्राइवेट एंबुलेंस मालिक वहीं स्वास्थ्य विभाग के पास 108 एंबुलेंस 14 है। इसमें दुर्घटना या डाक्टर के द्वारा रेफर करने पर बीपीएल परिवार को मुफ्त में एंबुलेंस दिया जाता है। जबकि सामान्य लोगों से 10 रुपये प्रति किलो मीटर की दर से पैसा लिया जाता है। वहीं जिला के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भी 108 एंबुलेंस तैनात रहते हैं, जिससे तत्काल मरीजों की सहायता किया जा सके। संक्रमण को देखते हुए जिला के सभी कस्तुरबा स्कूल में मौजूद एंबुलेंस को भी प्रखंड विकास पदाधिकारी के जिम्मेदारी में रखी गई है। जिससे कोई भी संक्रमित व्यक्ति को तत्काल बेहतर इलाज की सुविधा एंबुलेंस से मिल सके। इस प्रकार पश्चिम सिंहभूम जिला स्वास्थ्य विभाग के पास 45 से भी अधिक एंबुलेंस मौजूद है। जिससे हर परिस्थिति में निपटने के लिए तैयार रहते हैं। सभी एंबुलेंस में मिलेगी ऑक्सीजन की सुविधा : जिला के सभी एंबुलेंस में ऑक्सीजन की सुविधा से लैस किया गया है। संक्रमण के दूसरे लहर के दौरान जिस प्रकार ऑक्सीजन की जरुरत पड़ रही थी, उसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से सामान्य एंबुलेंस में भी ऑक्सीन का स्टेंड बना दिया गया है। वहीं 108 एंबुलेंस में ऑक्सीजन के साथ वातानुकुलित की सुविधा भी प्रदान की गई है।

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