सोनुवा में आयोजित हुआ उन्मुखीकरण कार्यक्रम

उपायुक्त अनन्य मित्तल के दिशा निर्देश पर समाज कल्याण विभाग एवं सेंटर फॉर कैटेलाइजिंग चेंज के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को सोनुवा प्रखंड स्तरीय बाल संरक्षण समिति का उन्मुखीकरण कार्यक्रम प्रखंड कार्यालय सभागार में किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 07:44 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 07:44 PM (IST)
सोनुवा में आयोजित हुआ उन्मुखीकरण कार्यक्रम
सोनुवा में आयोजित हुआ उन्मुखीकरण कार्यक्रम

संवाद सूत्र, सोनुवा : उपायुक्त अनन्य मित्तल के दिशा निर्देश पर समाज कल्याण विभाग एवं सेंटर फॉर कैटेलाइजिंग चेंज के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को सोनुवा प्रखंड स्तरीय बाल संरक्षण समिति का उन्मुखीकरण कार्यक्रम प्रखंड कार्यालय सभागार में किया गया। समिति में प्रस्तावित सभी 15 सदस्य समिति को उन्मुखीकरण प्रेजेंटेशन के माध्यम से किया गया। मौके पर सेंटर फॉर कैटेलाईजिंग चेंज के जिला समन्वयक दिग्विजय कुमार ने समेकित बाल संरक्षण योजना आइसीडीएस तथा उनके अंतर्गत प्रखंड एवं ग्राम स्तरीय बाल संरक्षण समिति के गठन एवं दायित्व पर विस्तृत चर्चा की। प्रखंड उपप्रमुख सुंदर लाल महतो ने बाल अधिकारों के संरक्षण हेतु सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई एवं ग्राम स्तर पर ग्राम स्तरीय बाल संरक्षण कमेटी बनाने पर जोर दिया। प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी नवल किशोर सिंह ने कहा कि कमेटी बाल संरक्षण के लिए तत्परता से काम करे एवं बाल विकास के लिए एक सकारात्मक माहौल बनाए। जिससे कि बच्चों का सर्वांगीण विकास हो। गांव में आने वाले बाहरी लोगों की पहचान करें और उनकी मानसिकता को समझने की कोशिश करें। समाज कल्याण विभाग की सुपरवाईजर सावित्री हेमरोम ने सभी प्रतिभागियों को ग्राम स्तरीय बाल संरक्षण के गठन हेतु आंगनबाड़ी सेविका की भूमिका पर जानकारी दी एवं जनप्रतिनिधि का सहयोग करने के लिए आह्वान किया। बाल श्रम एवं बाल विवाह रोकने पर हुई चर्चा

थाना के बाल प्रोटेक्शन ऑफिसर ने कहा कि पुलिस बाल श्रम एवं बाल विवाह रोकने के लिए प्रयास कर रही है एवं इस प्रयास में ग्राम स्तरीय मुंडा एवं मुखिया एवं माता-पिता सहयोग करें। कार्यशाला में उपस्थित मुंडा, मुखिया एवं पंचायत प्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र में बाल संरक्षण संबंधित कार्यों को प्राथमिकता पर रखने का सुझाव दिया। प्रखंड स्तरीय बाल संरक्षण समिति का पूनर्गठन एवं उन्मुखीकरण करते हुए यह निर्णय लिया गया कि समिति ग्राम स्तरीय बाल संरक्षण समिति का गठन समय से पूरा करेगी। समिति की अगली बैठक 3 माह के भीतर होगी, जिसमें इस अवधि में प्रखंड में बाल संरक्षण संबंधी कार्यक्रमों की समीक्षा की जाएगी। विषम परिस्थितियों में रह रहे बच्चों को सरकार के विभिन्न कार्यक्रमों का लाभ दिलाया जाएगा। उक्त कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधि, पंचायत के मुखिया, चाइल्ड लाइन, एवं सेव द चिल्ड्रन के प्रतिनिधि उपस्थित थे। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सी 3 के प्रखंड समन्वयक गणेश बोदरा एवं कलस्टर कोऑर्डिनेटर दीपक एवं रोशनी का योगदान सराहनीय रहा।

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