चाईबासा में सरसों तेल का दाम 170, कुमारडूंगी-मझगांव में 200 के पार

कोरोना संक्रमण में लगे लॉकडाउन का फायदा दुकानदार और थोक विक्रेता उठाने लगे हैं। खाद्य सामग्रियों में लगातार हो रही बढ़ोतरी ने आम जनता की कमर तोड़कर रख दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 04 May 2021 07:35 PM (IST) Updated:Tue, 04 May 2021 07:35 PM (IST)
चाईबासा में सरसों तेल का दाम 170, कुमारडूंगी-मझगांव में 200 के पार
चाईबासा में सरसों तेल का दाम 170, कुमारडूंगी-मझगांव में 200 के पार

मो. तकी, चाईबासा : कोरोना संक्रमण में लगे लॉकडाउन का फायदा दुकानदार और थोक विक्रेता उठाने लगे हैं। खाद्य सामग्रियों में लगातार हो रही बढ़ोतरी ने आम जनता की कमर तोड़कर रख दिया है। किचन का बजट पूरी तरह से गड़बड़ा चुका है। पिछले दो महीने में ही सरसों और रिफाइंड तेल के कीमतों में 25 से 30 रुपये की बढ़ोतरी कर दी गई। इसी प्रकार दाल समेत अन्य जरूरी खाद्य सामग्रियों के दाम में भी बेतहाशा वृद्धि देखी जा रही है। पश्चिम सिंहभूम जिला में कालाबाजारी का एक दौर शुरू हो गया है। जिला के अंदर में ही अलग-अलग प्रखंडों में अलग-अलग दाम सरसों तेल और रिफाइंड तेल का लिया जा रहा है। चाईबासा शहर में जिस सरसों तेल का दाम 170 रुपया है उसी सरसों तेल का दाम मझगांव और कुमारडुंगी प्रखंड में 200 के पार हो चुका है। एक ही जिला के अंदर 40 से 50 रुपये का खुदरा तेल में अंतर से लोगों को महंगाई से दो-चार होना पड़ रहा है। इसपर प्रशासन कड़ाई से निगरानी करे तो जमाखोर दुकानदारों पर कार्रवाई की जा सकती है। दुकानदार संदीप कुमार ने कहा कि चाईबासा शहर में भी 2 माह के अंदर 30 से 40 रुपये की वृद्धि सरसों तेल , रिफाइंड तेल, अरहर दाल, मसूर दाल समेत अन्य चीजों में की गई थी लेकिन पिछले कुछ दिनों से चाईबासा के थोक विक्रेता के दुकानों में सदर अनुमंडल पदाधिकारी के टीम के द्वारा छापेमारी करने की वजह से दाम में कुछ कमी आई है, अन्यथा थोक विक्रेता संकट काल को भी अवसर के रूप में लेते हुए पैसा कमाने में लगे हुए रहते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले साल हाथी ब्रांड सरसों तेल का दाम 90 से 100 रुपये के बीच था लेकिन इस बार हाथी ब्रांड का तेल 178 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से मिल रहा है यानी कि महंगाई दोगुना रफ्तार से बढ़ी है। इसी प्रकार पिछले साल मसूर दाल 65 से 70 रुपये थी। अब इसका दाम 100 से 120 रुपये किलो हो चुका है । उन्होंने कहा कि खुदरा दुकानदार को जिस हिसाब से सामान मिलता है उसी हिसाब से बेचते हैं लेकिन थोक दुकानदार कुछ सामान को रखकर उसका दाम बढ़ाते हैं उसके बाद मार्केट में लेकर आते हैं। जिससे दाम बढ़ना स्वाभाविक है। इसका पूरा बोज आम जनता के किचन पर पड़ता है।

चाईबासा शहर में दाम प्रति किलो रुपए में

- हाथी ब्रांड सरसों तेल - 178

- सन्मति सरसों तेल - 168

- पतंजलि सरसों तेल - 162

- इंजन सरसों तेल - 180

- सलोनी सरसों तेल - 175

- फा‌र्च्यून रिफाइंड - 165

- महाकोष रिफाइंड - 158

- मसूर दाल - 95

- राहर दाल - 125

- मूंग दाल - 120

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कुमारडुंगी में सामान का दाम

- हाथी ब्रांड सरसों तेल - 200

- सन्मति सरसों तेल - 190

- इंजन सरसों तेल - 210

- सलोनी सरसों तेल - 190

- फा‌र्च्यून रिफाइंड - 190

- महाकोष रिफाइंड - 185

- मसूर दाल - 110

- राहर दाल - 130

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जगन्नाथपुर में सामान के दाम

- राहर दाल - 140

- मसुर दाल - 120

- मुंग दाल- 150

- सरसों हाथी तेल - 180

- खुला सरसो तेल - 150

- रिफाईन महाकोश - 180

- बालाजी रिफाईन - 145

- आर्शिवाद रिफाईन -190

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मझगांव में सामान के दाम

हाथी ब्रांड सरसों तेल - 200

- सन्मति सरसों तेल - 190

- इंजन सरसों तेल - 190

- सलोनी सरसों तेल - 195

- फा‌र्च्यून रिफाइंड तेल - 180

- महाकोष रिफाइंड तेल - 176

- मसूर दाल - 110

- राहर दाल - 130

- मूंग दाल - 120

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