त्योहारों के सीजन में जानलेवा हो सकती है रंगीन मिठाई
त्योहारों के सीजन में मिलावटी मिठाई जानलेवा हो सकती है। त्योहारी सीजन को देखते हुए मिलावट खोर धड़ल्ले से नकली मावा और सिथेटिक रंगो का प्रयोग कर रहे हैं।
सुधीर पांडेय, चाईबासा : त्योहारों के सीजन में मिलावटी मिठाई जानलेवा हो सकती है। त्योहारी सीजन को देखते हुए मिलावट खोर धड़ल्ले से नकली मावा और सिथेटिक रंगो का प्रयोग कर रहे हैं। दीपावली और भैया दूज को लेकर दुकानों मे मिठाइयां बननी शुरू हो गई हैं। बाजार में मिठाई बनाने में नकली मावे के साथ ही सिथेटिक रंगों का धड़ल्ले से प्रयोग हो रहा है। इसके अलावा साफ-सफाई का भी कोई ख्याल नहीं रखा जा रहा। दुकानों में रखी रंग-बिरंगी मिठाईयां देखने में तो बेहद अच्छी लगती हैं, लेकिन स्वास्थ्य के लिए बहुत घातक सिद्ध हो सकती हैं। नकली मावा तो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है ही, वहीं सिथेटिक रंग भी शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं। इन जहरीली मिठाईयों को लेकर खाद्य विभाग समेत स्थानीय प्रशासन अधिक गंभीर दिखाई नहीं दे रहा है जिसके चलते ऐसे दुकानदारों को हौसले बुलंद हैं।
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अंचल के बाजारों में भी चल रहा मिलावट का खेल
शहर के साथ ही अंचल के बाजारों में भी मिलावटी सामान खुलेआम बिक रहा है। तेल, घी से लेकर मिर्च मसालों तक में मिलावट हो रही है। गंभीर बात यह है कि मिलावटखोरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। यही वजह है कि मिलावट का कारोबार करने वाले दुकानदारों के हौसले बुलंद हैं।
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स्ट्रीट फूड के नाम पर खिलाया जा रहा जहर
चाईबासा में समोसा गली, पिल्लई हॉल के सामने, पोस्ट ऑफिस चौक के सामने, यशोदा टॉकिज के पास, सिंहभूम स्पोर्ट्स एसोसिएशन मैदान, गांधी मैदान, महुलसाई, ताम्बो चौक आदि इलाकों में 150 से ज्यादा समोसा, जलेबी, चिकन, चाउमिन, पकौड़ी आदि स्ट्रीट फूड की दुकानें चल रही हैं। इनमें खुलकर मिलावटी सामान बेचा जा रहा है। सबसे बड़ी बात यह है कि इस तरह की सामग्री खुलेआम ठेलों पर बिक रही हैं मगर किसी तरह की कोई जांच खाद्य सुरक्षा विभाग नहीं करता।
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सिथेटिक रंगों और नकली मावे से बनी मिठाई खाने से आहार नली में अल्सर के साथ ही गुर्दों पर भी बुरा असर पड़ता है। वहीं खुले में बनने से गंदगी और मक्खियां मिठाई को दूषित कर देती हैं जिसका सेवन उपभोक्ताओं को बीमार कर सकता है।
- डॉ. जगन्नाथ हेंब्रम, चाईबासा।
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मिठाई की दुकानों पर छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है। त्योहारों के मद्देनजर कार्रवाई में और भी तेजी लाई जाएगी। इसके लिए विशेष दस्ता का गठन आज ही किया गया है। लोगों को मिलावट से सतर्क रहने और अच्छी दुकानोों से मिठाई खरीदने की सलाह दी जा रही है। गुणवत्ता पर भी जहां तक संभव हो नजर जरूर डालें।
- पारितोष कुमार ठाकुर, सदर अनुमंडल पदाधिकारी, चाईबासा।
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हम लोगों ने पिछले दिनों कई होटलों में छापेमारी कर नमूने लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा था। जांच रिपोर्ट में मिलावट की बात सामने आई है। संबंधित संचालकों को नोटिस भेजा जा रहा है। रही बात त्योहारी सीजन की तो एसडीओ के निर्देश पर एक तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। एक-दो दिन में छापेमारी अभियान तेज किया जाएगा।
- संगीत घोष, खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी, चाईबासा।
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--यह भी जानें---
सामग्री : मिलावटी सामग्री
दूध : पानी, यूरिया, केमिकल।
मावा : केमिकल, आलू, यूरिया, रिफाइंड।
घी : रिफाइंड, वनस्पति घी, रंगोली आदि।
तेल : पाम आयल, राइसब्रान आदि
मिर्च-मसाले : रंगे हुआ लकड़ी का बुरादा, लाल-पीली मिट्टी आदि।