प. सिंहभूम में अफवाहों से प्रभावित हो रहा टीकाकरण

दोनों डोज के बीच एक लाख का अंतर फोटो-10 ---जागरण पड़ताल---- -131943 लोग ले चुके कोविड-19 की पहली डोज पर 34067 लोगों ने ही ली दूसरी डोज

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 07:24 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 07:24 PM (IST)
प. सिंहभूम में अफवाहों से प्रभावित हो रहा टीकाकरण
प. सिंहभूम में अफवाहों से प्रभावित हो रहा टीकाकरण

जागरण संवाददाता, चाईबासा : हाटगम्हरिया प्रखंड के रुइया गांव में करीब 400 लोगों ने कोविड-19 की पहली डोज ले ली है। जब दूसरी डोज लेने का समय आया तो लोग टीका लगवाने नहीं आ रहे हैं। इस गांव में 14 और 26 अप्रैल को टीकाकरण शिविर लगाया गया था। इस दौरान एक भी गांव वाला टीका लेने नहीं पहुंचा। रुइया गांव की एएनएम इंदु कुमारी कहती हैं, पहली बार जब कैंप लगा था तो लोग स्वयं टीका लगवाने पहुंचे थे। जब लोगों को दूसरा डोज देने का समय आया तो वह कैंप नहीं आ रहे हैं। उनके नंबर पर फोन करने और घर जाकर बुलाने के बावजूद वह दूसरी डोर लगाने को तैयार नहीं हैं। कहते हैं टीका लगने के बाद कमजोरी आ जाती है और धीरे-धीरे लोगों की मौत हो जाती है। एएनएम ने ग्रामीणों को काफी समझाया मगर कोई मानने को तैयार ही नहीं है। रुइया की तरह तांतनगर प्रखंड के गांवों में भी अफवाह फैलने के कारण वैक्सीनेशन की गति धीमी हो गई है। तांतनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लगे शिविर में जमशेदपुर, चाईबासा समेत अन्य शहर के लोग वैक्सीन लेने के लिए अधिक संख्या में पहुंच रहे हैं जबकि ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों की संख्या काफी कम है। पिछले 5 दिन में 143 लोगों ने वैक्सीन लिया। इसमें से मात्र 27 लोग तांतनगर प्रखंड के हैं बाकी अन्य लोग जमशेदपुर व चाईबासा के रहने वाले हैं। यह स्थिति केवल रुइया या तांतनगर की ही नहीं, कमोबेश पूरे जिले की है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार पश्चिमी सिंहभूम जिले में अभी तक 1,31,943 लोगों को कोविड-19 की पहली डोज लग चुकी है जबकि दूसरी डोज 34,067 लोगों ने ही ली है। इसमें 18 वर्ष से लेकर 70 से अधिक आयु वर्ष के महिला-पुरुष शामिल हैं। एक सप्ताह के टीकाकरण को देखें तो औसतन 1000 टीके हर दिन जिले में लग रहे हैं। जनसंख्या के सापेक्ष यह काफी कम है। यहां दूसरी और पहली डोज के बीच का यह अंतर चिंता का विषय बना हुआ है। पश्चिमी सिंहभूम जिला के उपायुक्त अनन्य मित्तल कहते हैं, कोविड-19 वैक्सीनेशन में तेजी लाने का सभी चिकित्सा पदाधिकारियों को आदेश दिया गया है। साथ ही साथ गांवों में सहिया व एनएनम के अलावा मानकी-मुंडा, गांव के प्रबुद्ध लोग, सांसद, विधायक के जरिए अफवाहों से दूर रहकर अधिक से अधिक लोगों को कोविड वैक्सीन लगाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। आने वाले दिनों में इसके बेहतर परिणाम जरूर मिलेंगे।

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