जेएलएन कॉलेज एनसीसी ने आर्मी को दिए हैं कई जवान

जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय चक्रधरपुर की एनसीसी यानी नेशनल कैडेट को‌र्प्स इकाई का गौरवमय इतिहास रहा है। कालेज में 1992 में एनसीसी की स्थापना के उपरांत के कैडेट्स ने नित्य नए आयाम तय किए।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 07 Oct 2021 08:27 PM (IST) Updated:Thu, 07 Oct 2021 08:27 PM (IST)
जेएलएन कॉलेज एनसीसी ने आर्मी को दिए हैं कई जवान
जेएलएन कॉलेज एनसीसी ने आर्मी को दिए हैं कई जवान

जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर : जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय चक्रधरपुर की एनसीसी यानी नेशनल कैडेट को‌र्प्स इकाई का गौरवमय इतिहास रहा है। कालेज में 1992 में एनसीसी की स्थापना के उपरांत के कैडेट्स ने नित्य नए आयाम तय किए। कुछ साल पश्चात ग‌र्ल्स कैडेट्स का भी नामांकन होने लगा। अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र के युवाओं के लिए एनसीसी की पढ़ाई और ट्रेनिग रोजगार पाने का एक बेहतर अवसर के रूप में सामने आया। पुलिस, आर्मी और रक्षा सेवाओं में जाने का सपना देखने वाले छात्र-छात्राओं का रुझान एनसीसी के प्रति लगातार बढ़ता गया और वे इससे जुड़ते चले गए। सेवा भावना और नेतृत्व की क्षमता का ऐसा विकास हुआ कि आरडी (रिपब्लिक डे) परेड और टीएससी (थल सेना कैंप) में भी कालेज के एनसीसी ब्वायज और ग‌र्ल्स कैडेट्स का डंका बजा और जलवा देखने को मिला। अब तक 10 से अधिक एनसीसी कैडेट्स ने आरडी परेड में प्रतिनिधित्व कर कालेज का मान प्रतिष्ठा बढ़ाया। वहीं आरडी परेड के समकक्ष माने जाने वाले टीएससी यानी थल सेना कैंप में भी 30 से अधिक कैडेट्स ने साल दर साल शामिल होकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। एएनओ(एसोसिएट एनसीसी आफिसर) के रूप में लेफ्टिनेंट एके त्रिपाठी ने एनसीसी को नई ऊंचाई और पहचान दी। सी सर्टिफिकेट दिलाती है नौकरी में प्राथमिकता जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय, चक्रधरपुर में एनसीसी की तीन वर्षीय पढ़ाई एवं ट्रेनिग होती है। एनसीसी की प्रारंभिक पढ़ाई वैसे तो मारवाड़ी प्लस टू स्कूल और महात्मा गांधी उच्च विद्यालय में होती है। परंतु एनसीसी की बी और सी सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए इन्हें भी जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय में दसवीं के बाद नामांकन लेकर पुन: एनसीसी से जुड़ना होता है। पुलिस, आर्मी और रक्षा सेवाओं में नौकरी का सपना संजोने वाले युवाओं के लिए सी सर्टिफिकेट वरदान सरीखा होता है। सी सर्टिफिकेट प्राप्त कैडेट्स को नौकरी आदि में प्राथमिकता मिलती है। यही वजह है कि महाविद्यालय के सैकड़ों एनसीसी कैडेट्स अब पुलिस, आर्मी, जीआरपी, सीआरपीएफ, आरपीएफ, सीआइएसएफ जैसी रक्षा सेवाओं में अपना योगदान दे रहे हैं। हर साल 160 विद्यार्थियों का नामांकन, ग‌र्ल्स को 20 सीट

जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय चक्रधरपुर की एनसीसी इकाई में हर साल 160 छात्र छात्राओं का ही नामांकन होता है। जानकारी के अनुसार तीन वर्षीय कोर्स में प्रथम वर्ष में 53, द्वितीय वर्ष में 53 और तृतीय वर्ष में 54 छात्र-छात्राओं का नामांकन लिया जाता। एनसीसी के इन 53 सीटों में 20 सीट छात्राओं के लिए आरक्षित है। जबकि 33 सीटों पर छात्रों का नामांकन लिया जाता है।

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