भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को चाईबासा तैयार, घर-घर होगी पूजा

पश्चिमी सिंहभूम के चाईबासा सहित पूरे जिले में जन्माष्टमी का त्योहार मंगलवार को मनाया जाएगा। इसके लिए चाईबासा के बाबा मंदिर शंभू मंदिर श्याम मंदिर करणी मंदिर व महाप्रभु जगन्नाथ मंदिर सहित जिले के अन्य मंदिरों में भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की तैयारी जोरों पर चल रही है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 Aug 2020 06:52 PM (IST) Updated:Mon, 10 Aug 2020 06:52 PM (IST)
भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को चाईबासा तैयार, घर-घर होगी पूजा
भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को चाईबासा तैयार, घर-घर होगी पूजा

जागरण संवाददाता, चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम के चाईबासा सहित पूरे जिले में जन्माष्टमी का त्योहार मंगलवार को मनाया जाएगा। इसके लिए चाईबासा के बाबा मंदिर, शंभू मंदिर, श्याम मंदिर, करणी मंदिर व महाप्रभु जगन्नाथ मंदिर सहित जिले के अन्य मंदिरों में भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की तैयारी जोरों पर चल रही है। बाबा मंदिर के पुजारी राजेश पाठक ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण मंदिरों में वृहद पैमाने पर भगवान श्रीकृष्ण की झांकी साज-सज्जा नहीं हो रही है। केवल भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव औपचारिकता के आधार पर मनाया जाएगा। पाठक ने बताया कि अन्य मंदिरों के पुजारियों से भी इस विषय पर गहनता से चर्चा हुई है। सभी पुजारियों का कहना है कि भक्त मंदिर में रात आठ बजे से एक-एक कर आएं और पूजा-अर्चना कर लौट जाएं। क्योंकि जन्मोत्सव रात 12 बजे मनाया जाएगा। इस दौरान भीड़ न हो इसलिए भक्त समय परिवर्तन कर आएं। बाबा मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण का झूला बनाया गया है। पंडित राजेश पाठक ने बताया कि घर में वास्तु ऊर्जा और संस्कारों को बढ़ाने के लिए भगवान कृष्ण के स्वरूप अतुलनीय हैं। कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर सुख-समृद्धि और लक्ष्य को पूरा करने के लिए भगवान श्रीकृष्ण की कौन सी तस्वीर घर में किस जगह पर लगानी चाहिए। वास्तु के अनुसार, घर में भगवान की तस्वीरें लगाना शुभ होता है। घर के उत्तर-पूर्व दिशा अर्थात ईशान कोण में माखनचोर लड्डूगोपाल का दृश्य सहजता और प्रेम भरता है। मनुष्य के मन में आस्था जगाता है। घर में 12 वर्ष तक के बच्चे हों तो कृष्ण की बाल तस्वीर अवश्य लगाएं। यह स्मृति और बुद्धिमत्ता को बढ़ाने वाला है। पूर्व में श्रीकृष्ण के गोपाल रूप का चित्र लगाएं। यह धन-धान्य और धर्म का प्रदाता है।

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