जायका भोजनालय के संचालक से साइबर ठगी की कोशिश

चाईबासा शहर में अवस्थित जायका भोजनालय के संचालक नारायण पाड़िया से साइबर ठगी की कोशिश हुई। साइबर अपराधियों ने नारायण को अपने जाल में फंसा लिया था मगर बैंक में बड़ी राशि नहीं होने की वजह से वो साइबर लूट से बच गए।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 07:30 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 07:30 PM (IST)
जायका भोजनालय के संचालक से साइबर ठगी की कोशिश
जायका भोजनालय के संचालक से साइबर ठगी की कोशिश

जागरण संवाददाता, चाईबासा : चाईबासा शहर में अवस्थित जायका भोजनालय के संचालक नारायण पाड़िया से साइबर ठगी की कोशिश हुई। साइबर अपराधियों ने नारायण को अपने जाल में फंसा लिया था मगर बैंक में बड़ी राशि नहीं होने की वजह से वो साइबर लूट से बच गए। हुआ यूं कि सदर बाजार स्थित जायका भोजनालय में बैठे नारायण के मोबाइल पर बुधवार की रात लगभग 8.30 बजे एक महिला का 9707297700 से कॉल आया। महिला ने कहा कि वो सीआरपीएफ कैंप से बोल रही है। गुरुवार के लिए एक बुकिंग कर लीजिए। महिला ने श्रवण पाड़िया से सबसे पहले भोजन का मेनू लिया। इसके बाद 20 प्लेट पनीर मसाला, 20 प्लेट पनीर बटर मसाला, 20 प्लेट पनीर चिल्ली, 20 प्लेट वेज चाउमीन, 20 प्लेट चना चिल्ली व दो पेटी पानी का ऑर्डर दिया। श्रवण पाड़िया ने ऑर्डर लिखने के बाद महिला से कुछ एडवांस जमा करने को कहा। इसपर महिला ने कहा कि आपका कितना बिल बनता है। नारायण ने 12,960 रुपये का बिल महिला के मोबाइल पर वाएट्सप कर दिया। इसके बाद महिला ने ऑनलाइन कुछ पेमेंट करने की बात कही। फिर कुछ देर बाद महिला ने फोन पर कहा कि ऑनलाइन पेमेंट नहीं जा रहा है। सामान उठाने के पहले पूरा पेमेंट कर दूंगी। दूसरे दिन गुरुवार को सुबह दुकानदार श्रवण पाड़िया ने जितना आर्डर लिया था, उतना सामान बनवाकर रखवा दिया। इसके बाद महिला को फोन लगाया कि आपका आर्डर तैयार है, इसको किसी को भेजकर मंगवा लें। इतने में महिला ने श्रवण पाड़िया से कहा कि पहले आपका पेमेंट ऑनलाइन कर देती हूं, तभी ऑर्डर ले जाएंगे। ऑनलाइन पेमेंट देने के लिए महिला ने झांसे में लेकर श्रवण पाड़िया से एटीएम कार्ड के दोनों तरफ की फोटो खींचकर वाट्सएप में भेजने की बात कही। महिला की बातों में आकर नारायण ने एटीएम कार्ड का फोटो खींचकर भेज भी दिया। इसके बाद महिला ने आइएफएससी कोड की मांग की। थोड़ी देर बाद महिला ने फिर से काल किया और कहा कि आप अपने खाता में 5 हजार रुपये डालिए, तभी पैसे भेज पाएंगे। दरअसल, उस समय नारायण के खाते में केवल 600 रुपये ही थे। थोड़ी देर बाद जब दोबारा श्रवण पाड़िया ने आर्डर उठाने के लिए फोन लगाया, तब एक पुरुष ने फोन उठाया और अपशब्द का प्रयोग किया।

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