60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों को अब होम आइसोलेशन की सुविधा नहीं

60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों को अब होम आइसोलेशन की सुविधा नहीं दी जाएगी। वे घर पर रहकर इलाज नहीं करा सकेंगे। उनको अस्पताल में भर्ती किया जाएगा। बुजुर्गों को नए स्ट्रेन से अधिक खतरा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 01:12 AM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 01:12 AM (IST)
60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों को अब होम आइसोलेशन की सुविधा नहीं
60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों को अब होम आइसोलेशन की सुविधा नहीं

चाईबासा । 60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों को अब होम आइसोलेशन की सुविधा नहीं दी जाएगी। वे घर पर रहकर इलाज नहीं करा सकेंगे। उनको अस्पताल में भर्ती किया जाएगा। बुजुर्गों को नए स्ट्रेन से अधिक खतरा है। उपायुक्त अनन्य मित्तल ने शनिवार को होम आइसोलेशन और एवं अन्य गाइडलाइन को लेकर स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में स्पष्ट किया कि कोरोना वायरस की चपेट में आने वाले बुजुर्गों मरीजों को जान का खतरा हो सकता है। इसी को देखते हुए 60 वर्ष से अधिक उम्र के मरीजों के लिए होम आइसोलेशन की सुविधा बंद कर दी गई है। इनको अस्पताल में भर्ती किया जाएगा।

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पश्चिमी सिंहभूम में कोरोना मरीजों के लिए 530 बेड सुरक्षित

उपायुक्त अनन्य मित्तल ने कोरोना महामारी को लेकर की गई तैयारी के संबंध में चर्चा करते हुए बताया कि जिले में निजी और सरकारी अस्पतालों को मिलाकर फिलहाल 530 बेड कोरोना मरीजों के लिए तैयार किये गये हैं। उपायुक्त ने बताया कि इम्युनिटी को बूस्ट करने तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए तैयार किए गए डाइट चार्ट इत्यादि के संबंध में विस्तृत जानकारी उपलब्ध करवाते हुए सरकार द्वारा निर्धारित आवश्यक सामग्री यथा दवाई, मार्ग-निर्देशिका युक्त होम आइसोलेशन किट उपलब्ध करवाया गया है।

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चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल में भी सामान्य कोरोना मरीजों का होगा इलाज

उपायुक्त अनन्य मित्तल ने शनिवार को दक्षिण पूर्व रेलवे मंडल के प्रबंधक विजय कुमार साहू के साथ बैठक की। बैठक में कोविड-19 संक्रमण के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया कि जिले में संचालित सभी अस्पतालों यथा प्राइवेट/कॉर्पोरेट के साथ-साथ रेलवे अस्पताल, चक्रधरपुर के द्वारा भी कोविड-19 के मरीजों का इलाज किया जाएगा। इसके अलावा रेलवे अंतर्गत कार्य कर रहे 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के व्यक्तियों का टीकाकरण का कार्य युद्ध स्तर पर तथा जिले में संचालित टेस्टिग एवं वैक्सीनेशन अभियान के तर्ज पर रेलवे में भी संचालित होगा। यहां बता दें कि चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल में वर्तमान में कोरोना से संक्रमित रेलकर्मियों का ही इलाज किया जा रहा है।

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