शिक्षा व संस्कृति के क्षेत्र में कार्य करने वाला एक है न्यास : डॉ. विजय कुमार सिंह

विद्या भारती झारखंड के तत्वावधान में शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास झारखंड के स्थापना सप्ताह को लेकर एक वेबिनार का आयोजन गूगल मीट एप के माध्यम से रविवार को किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 12 Jul 2020 06:58 PM (IST) Updated:Sun, 12 Jul 2020 06:58 PM (IST)
शिक्षा व संस्कृति के क्षेत्र में कार्य करने वाला एक है न्यास : डॉ. विजय कुमार सिंह
शिक्षा व संस्कृति के क्षेत्र में कार्य करने वाला एक है न्यास : डॉ. विजय कुमार सिंह

जागरण संवाददाता, चाईबासा : विद्या भारती झारखंड के तत्वावधान में शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, झारखंड के स्थापना सप्ताह को लेकर एक वेबिनार का आयोजन गूगल मीट एप के माध्यम से रविवार को किया गया। इसका ऑनलाइन उद्घाटन ओम की ध्वनि के साथ हुआ। इस स्थापना सप्ताह के संबंध में उपाध्यक्ष शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास झारखंड के डॉ. विजय कुमार सिंह ने बताया कि यह शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास भारत में शिक्षा एवं संस्कृति के क्षेत्र में कार्य करने वाला एक न्यास है। इसकी स्थापना 18 मई 2006 को की गई थी। वर्ष 2004 में शिक्षा बचाओ आंदोलन से ही इसकी यात्रा प्रारंभ हुई। शैक्षणिक पाठ्यक्रम में व्याप्त विकृतियों के विरुद्ध वर्ष 2004 में शिक्षा बचाओ आंदोलन प्रारंभ हुआ। सचिव अतुल कोठारी तथा अध्यक्ष दीनानाथ बत्रा ने प्रारंभ में ऐसे छ: आधारभूत विषयों पर कार्य प्रारंभ किया गया जिन विषयों का संबंध समग्र शिक्षा से है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण विषय है चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व का समग्र विकास। उन्होंने शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के विविध आयाम को विस्तार से बताया जिनमें मुख्य रूप से चरित्र निर्माण, व्यक्तित्व विकास, वैदिक गणित, शोध एवं छात्र प्रकल्प, शिक्षक शिक्षा, प्रबंधन एवं तकनीकी शिक्षा, शिक्षा में स्वायत्तता, भारतीय भाषा मंच, भारतीय भाषा अभियान एवं शिक्षा स्वास्थ्य न्यास आदि। मातृभाषा में शिक्षा जैसे आयाम में मां, मातृभूमि एवं मातृ भाषा का कोई विकल्प नहीं हो सकता। वेबिनार का ऑनलाइन संचालन रजरप्पा के प्रधानाचार्य महेंद्र कुमार सिंह ने तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रांत के संयोजक अमरकांत झा ने किया। मौके पर ऑनलाइन 45 विद्वत जन एवं शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता जुड़े।

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