आरम्भ हुआ दुर्गोत्सव

घंटा घड़ियाल शंख शहनाई और ढाक के स्वर के साथ दुर्गाेत्सव के शुरू होते ही संपूर्ण नगर भक्तिमय खुमारी में डूब चुका है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 12 Oct 2021 08:44 PM (IST) Updated:Tue, 12 Oct 2021 08:44 PM (IST)
आरम्भ हुआ दुर्गोत्सव
आरम्भ हुआ दुर्गोत्सव

चक्रधरपुर : घंटा, घड़ियाल, शंख, शहनाई और ढाक के स्वर के साथ दुर्गाेत्सव के शुरू होते ही संपूर्ण नगर भक्तिमय खुमारी में डूब चुका है। प्रात: सप्तमी की आरती के वक्त विभिन्न पूजा पंडालों में श्रद्धालु एकत्र हुए। तदनुपरांत आरंभ हुआ पूजा पंडालों के उद्घाटन का सिलसिला। शाम ढलने के पश्चात लोग मां दुर्गा के भव्य रूप के दर्शनार्थ निकल पड़े। रंग-बिरंगे परिधान, परफ्यूम तथा सौंदर्य प्रसाधनों के इस्तेमाल का खूबसूरत नजारा पेश करते लोग एक के बाद एक पंडाल देखते रहे। हालांकि सप्तमी से ही दुर्गोत्सव के आरंभ होने की वजह से पंडालों में भीड़ कम रही, लेकिन अष्टमी को पंडालों में भीड़ उमड़ने की उम्मीद है।

----------------------

शहर के पूजा पंडाल एक नजर में 1. आदि पूजा कमेटी, पुरानी बस्ती (1912)

2. बंगाली एसोसिएशन (1919) 3. श्याम नारायण शौण्डिक धर्मशाला दुर्गा पूजा समिति (1944)

4. आदर्श देवी पूजा समिति, कुसुम कुंज (1988) 5. ठठेरा मुह?ल्ला दुर्गा पूजा समिति (1975)

6. न्यू बस स्टैण्ड दुर्गा पूजा समिति नगरपालिका (1905) 7. लोको कालोनी दुर्गा पूजा कमेटी

8. टाउन काली मंदिर दुर्गा पूजा समिति 9.हरि मंदिर दुर्गा पूजा कमेटी दंदासाई (1951)

10. सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति हनुमान मंदिर दंदासाई (1969) 11. इण्डियन ब्वायज क्लब, भारत भवन, (1960)

12. आदर्श दुर्गा पूजा समिति, राजबाड़ी रोड (1984) 13. हिन्द पूजा समिति, सरदार भगत सिंह चौक (1968)

14. नूतन पूजा समिति चांदमारी (1963) 15. सार्वजनिक शरदोत्सव कमेटी आरपीएफ परेड ग्राउंड (1966)

16. बाजार दुर्गा पूजा समिति, गुदड़ी बाजार 17. कपड़ा पट्टी दुर्गा पूजा समिति (1974)

18. रानी रसाल मंजरी दुर्गा पूजा समिति (1999) 19. शीतला मंदिर पूजा समिति (1977)

20 . कलिग क्लब, बारा खोली (1990) 21 . सर्वजनीन दुर्गा महोत्सव, हरिजन बस्ती (1947)

22. गुजराती सनातन समाज

chat bot
आपका साथी