ढाई करोड़ की सड़क, 2.5 माह में ही डगमगाई
मझगांव प्रखंड के धोबाधोबिन-बेनीसागर सड़क की मरम्मत के लिए स्थानीय ग्रामीणों ने कई बार आंदोलन किया।
संवाद सहयोगी, चाईबासा : मझगांव प्रखंड के धोबाधोबिन-बेनीसागर सड़क की मरम्मत के लिए स्थानीय ग्रामीणों ने कई बार आंदोलन किया। इसके बाद स्थानीय विधायक निरल पुरती के प्रयास से 13 किलोमीटर सड़क की मरम्मत का कार्य शुरू किया गया। इससे स्थानीय लोग काफी खुश भी हुए लेकिन उनकी खुशी मात्र ढाई माह तक ही रह पाई, क्योंकि लगभग 2.80 करोड़ की लागत से मरम्मत होने वाली सड़क अब उखड़ना शुरू हो गई है। 13 किलोमीटर की सड़क दर्जनों जगह टूट गई है। दो साल पहले ही सड़क की मरम्मत की गई थी। दो साल बीतने के बाद काम पूरा किया गया लेकिन ढाई माह के अंदर ही सड़क के घटिया निर्माण की पोल खुल रही है। सड़क निर्माण का कार्य कुमारडुंगी प्रखंड के ठेकेदार परमजीत सिंह कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा किया गया है। धोबाधोबीन से बेनीसागर तक सड़क बनने से धोबाधोबीन, खड़पोस, ईचापी, बेनीसागर समेत दर्जनों गांव के लोगों को ओडिशा से जोड़ने में काफी आसानी हो रही थी। इसके लिए काफी आंदोलन भी हुआ लेकिन अब घटिया निर्माण से लोग आक्रोशित भी हैं। खड़पोस निवासी जगमोहन तिरिया ने कहा कि बेनीसागर-धोबाधोबिन सड़क का निर्माण काफी घटिया किया गया है। जगह-जगह सड़क बनने के साथ ही उखड़ना शुरू हो गया है। कुछ गांव के लोग तो सड़क की बजरी को झाडू लगाकर समेट भी रहे हैं। सड़क पर लगा अलकतरा काफी घटिया था, शुरू में ही इसके लिए शिकायत की गई थी लेकिन किसी ने इसपर ध्यान नहीं दिया। सरकार हमारे लिए कार्य भी कर रही है लेकिन सड़क बनाने वाली कंपनी सही नहीं करे तो विकास कैसे होगा। सड़क के बीच में पुलिया के पास सड़क इतनी दब गई है कि तेज मोटर साइकिल चलाने वाले दुर्घटना के शिकार होंगे। सबसे बड़ी बात कि अभी कंस्ट्रक्शन कंपनी की ओर से सड़क किनारे किलोमीटर वाला पत्थर ही लगाने का काम किया जा रहा है। दूसरी तरफ सड़क टूटने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। करोड़ों रुपये की सड़क मुश्किल से छह माह भी नहीं टीक पाएगी।