बड़ाजामदा में पूजा पंडाल तक बदहाल सड़कों से जाएंगे भक्त
दुर्गा पूजा होने में महज और एक दिन शेष रह गया है। पूजा को लेकर लोगों में उत्साह का माहौल है। दूसरी ओर कोविड-19 को लेकर सरकारी गाइड लाइन को ध्यान में रखते हुए पूजा आयोजक सहमे हुए हैं।
संवाद सूत्र, नोवामुंडी : दुर्गा पूजा होने में महज और एक दिन शेष रह गया है। पूजा को लेकर लोगों में उत्साह का माहौल है। दूसरी ओर कोविड-19 को लेकर सरकारी गाइड लाइन को ध्यान में रखते हुए पूजा आयोजक सहमे हुए हैं। इसी को लेकर मां दुर्गा की प्रतिमा और पूजा पंडालों के आकार को पूरी तरह से छोटा बनाया जा रहा। पूजा पंडाल निर्माण कार्य भी अंतिम चरण में हैं। कोरोना संक्रमण शुरू होने के पहले और अबकी बार की प्रतिमा और पंडालों की सज्जा व बनावट की तुलना की जाए तो बिल्कुल भिन्न नजर आएगी। श्रद्धालु इस बात को लेकर पेशोपेश की स्थिति में है कि प्रतिमा दर्शन कर पाएंगे या पुलिस का पहरा रहेगा। ग्रामीण क्षेत्र के लोग रिश्तेदारों और सगे संबंधियों से मोबाइल से पूछकर जानकारी ले रहे हैं। इस बार दुर्गा पूजा धूमधाम व हर्षोल्लास पूर्वक मनाई तो जाएगी, परंतु कोविड-19 की गाइड लाइन का पालन करते हुए।
पंडालों तक जाने वाली सड़कें बदहाल
बड़ाजामदा में पूजा के दौरान पंडालों तक प्रतिमा दर्शन के लिए जाने वाली सड़कें पूरी तरह से बदहाल हैं। भट्ठीसाई मुख्य सड़क, बड़ाजामदा से बड़बिल जाने वाले चौक और रेलवे फाटक के दोनों किनारे को उदहरण के तौर पर लिया जा सकता है। मुख्य सड़क के गड्ढे भरने में न तो माइनिग एरिया के ट्रांसपोर्टर और न तो खदान मालिक कोई दिलचस्पी दिखा रहे हैं। हाल ही के दिन छात्र युवा विकास मंच ने दुर्गा पूजा में श्रद्धालुओं को प्रतिमा दर्शन के लिए आने-जाने में होने वाली दिक्कत को लेकर घाटकुड़ी आयरन माइंस प्रबंधन को पत्र सौंपकर अवगत कराया था। खदान प्रबंधन को इसके पहले भी चार बार आवेदन देकर गड्ढे भरने के लिए निवेदन किया गया था, फिर भी कोई पहल नहीं किया गया।