पहले बनवाने में खर्च किए करोड़ों अब अनुपयोगी की मरम्मत को 1.20 करोड़
राज्य सरकार ने वर्षों पहले चक्रधरपुर शहर के पंप रोड के समीप करोड़ों रुपये खर्च कर नेत्रहीन बच्चों के लिए स्कूल और हॉस्टल भवन का निर्माण कराया।
जासं, चक्रधरपुर : राज्य सरकार ने वर्षों पहले चक्रधरपुर शहर के पंप रोड के समीप करोड़ों रुपये खर्च कर नेत्रहीन बच्चों के लिए स्कूल और हॉस्टल भवन का निर्माण कराया। जिसका संचालन कल्याण विभाग के अंतर्गत होना है। लेकिन बेहद अफसोस की बात है कि ये भवन मात्र शोभा की वस्तु बनकर रह गए हैं। भवन का संचालन आज तक नहीं हो पाया है, जिससे भवन जीर्णशीर्ण और झाड़ियों से पट गया है। यही नहीं भवन असामाजिक और शरारती तत्वों का ठिकाना भी बन गया है। यहां बने कमरों में वे सारे कार्य होते हैं, जो समाज की नजर में गलत हैं। हां, यह अलग बात है कि पश्चिमी सिंहभूम जिले के ब्लाइंड बच्चों को स्कूल और हॉस्टल की सुविधा नसीब नहीं हो पाई है। फिलहाल स्कूल और हॉस्टल झाड़ियों से घिर गया है। अब इसके जीर्णोद्धार के नाम पर पुन: 1.20 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। जीर्णोद्धार को लेकर छह भागों में टेंडर निकाला गया है। अत: इसे सीधे तौर पर ठेकेदार को लाभ पहुंचाने की योजना कहा जाए, तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। पूर्व में ही इन भवनों के निर्माण कार्य में सरकार ने करोड़ों की राशि खर्च की है। एक बार फिर से जनता के पैसे को पानी की तरह बनाने का खाका तैयार किया जा चुका है। नेत्रहीन बच्चों को तो इसका लाभ मिलने से रहा, लेकिन यह बात साफ तौर पर साबित हो चुकी है कि सरकारी महकमा, जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारी को सही मायने में नजर दुरूस्त करने की जरूरत है।
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जीर्णोद्धार पर खर्च होने वाली राशि
नेत्रहीन विद्यालय के मुख्य भवन का जीर्णोद्धार कार्य पर 24,95,500 रुपये, चहारदीवारी, छत और पहुंच पथ जीर्णोद्धार पर 24,91,600 रुपये, छात्रावास पर 18,55,750 रुपये, छात्रावास टू पर 18,77,900 रुपये, छात्रावास 3 पर 18,76,300 रुपये, छात्रावास 4 पर 18,76,300 रुपये तथा पहुंच पथ का निर्माण पर 5,02,700 रुपये खर्च होंगे।