प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए गहनता से करें अध्ययन : पुलिस अधीक्षक

अच्छी शिक्षा ग्रहण कर ऊंचे मुकाम हासिल करना चाहते हैं तो हमें अपने साम‌र्थ्य पर विश्वास करना होगा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 07:31 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 07:31 PM (IST)
प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए गहनता से करें अध्ययन : पुलिस अधीक्षक
प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए गहनता से करें अध्ययन : पुलिस अधीक्षक

जागरण संवाददाता, चाईबासा : अच्छी शिक्षा ग्रहण कर ऊंचे मुकाम हासिल करना चाहते हैं तो हमें अपने साम‌र्थ्य पर विश्वास करना होगा। ये बातें पिल्लई हॉल में कोल्हान नितिर तुरतुंग द्वारा संचालित कोचिग सेंटर के विद्यार्थियों एवं अभिभावकों के लिए आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि जिले के पुलिस अधीक्षक अजय लिडा ने कहीं। एसपी ने कहा कि हर मानव में विशेष साम‌र्थ्य रहता है। इसे मेहनत और दृढ़ इच्छा शक्ति से आगे बढ़ा सकते हैं। सुनियोजित तरीके से पढ़ाई के संबंध में बारीकियां बताते हुए कहा कि दृढ़ता से केवल पढ़ने के लिए बैठ जाएं तो एक से दो घंटा पढ़ाई काफी है। उन्होंने कक्षा आठवीं, नौवीं और दसवीं की एनसीईआरटी की पुस्तकों की गहनता से अध्ययन करने की सलाह दी। प्रतिदिन अखबार की सुर्खियां पढ़ कर समसामयिक विषयों के नोट्स बनाएं। स्वास्थ्य अच्छा रखने के लिए समय पर सोने और जागने तथा चलने की आदत डालनी चाहिए। उन्होंने अभिभावकों से कहा कि वे अपने बच्चों को पढ़ने का अच्छा माहौल अवश्य प्रदान करें। उन्होंने कहा कि जीवन में सपने अवश्य देखें और अनुशासन को सर्वोपरि स्थान दें। अनुशासन हमें मानसिक दृढ़ता और स्वयं में नियंत्रण रखना सिखाता है। उन्होंने कहा कि सकारात्मक सोच के साथ चुनौतियों और कठिनाईयों को दूर किया जा सकता है। जीवन में चुनौती एवं कठिनाई न हो तो हम निष्क्रिय हो जाएंगे।

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जो भी पढ़ें, समझ के साथ पढ़ें, जरूरी यह है कि हम क्या पढ़ते हैं : डीडीसी

सरायकेला-खरसावां के उपविकास आयुक्त प्रवीण कुमार गागराई ने कहा कि जो भी पढ़ें समझ के साथ पढ़ें। हमें इस बात पर ध्यान देना होगा कि हम क्या पढ़ते हैं न कि कितना पढ़ते हैं। हम पढ़ाई में अधिक से अधिक समय दे रहे हैं लेकिन गूढ़ बातें सीख नहीं पाए इसलिए हम प्रयास करें कि पुस्तकों में क्या है उसे ढूंढना है। लिहाजा हम अगर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं तो विस्तृत जानकारी हासिल करने के लिए पाठ्य पुस्तकों का अध्ययन करें।

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अभिभावकों की नजर हमेशा अपने बच्चों पर हो : ज्ञानसिंह दोराईबुरू

पूर्व लेबर कमीश्नर ज्ञानसिंह दोराईबुरु ने कहा कि अभिभावकों की नजर हमेशा अपने बच्चों पर हो। हमारे बच्चे क्या कर रहे हैं और उनकी संगति कैसे मित्रों से है, इस पर ध्यान रखना अति आवश्यक है। सम्मेलन को मानकी मुंडा संघ के अध्यक्ष गणेश पाठ पिगुवा और उपाध्यक्ष कालीचरण बिरुवा ने भी संबोधित किया। कोल्हान नितिर तुरतुंग के अध्यक्ष प्रकाश लागुरी ने संस्था का परिचय बताया। प्रकाश ने बताया कि इस संस्था का जन्म राज्य से बाहर मजदूरी करने गए मजदूरों को कोरोना काल के लॉकडाउन के दौरान वापस लाने के लिए एकट्ठे किए गए राशि के बचने से सामाजिक कार्य की कड़ी आगे बढ़ी है। ज्ञात हो कि यह संस्था अब शिक्षा के क्षेत्र में निस्स्वार्थ भाव से कार्य कर रही है। संस्था द्वारा कोल्हान के कई स्थानों पर लाइब्रेरी सह कोचिग सेंटर संचालित है।

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केएनटी की शिक्षिकाएं हुईं सम्मानित

कार्यक्रम के पूर्व सभी अतिथियों का कोचिग सेंटर के बालिकाओं के हाथों बुके देकर स्वागत किया गया। रीना देवगम एवं साथियों ने स्वागत गीत गाए। मौके पर अतिथियों के हाथों कोचिग सेंटर के शिक्षक शिक्षिकाएं मनीषा लागुरी, गीता लागुरी और चंदन बोयपाई को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। साथ ही, कोचिग सेंटर के सभी बैच के जांच परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने वाले असरिता पूर्ति,देवराज कालु़ंडिया और दीपक लागुरी को पुरस्कृत किया गया। मौके पर अभिभावकों की ओर से डांगोवापोसी सिसिलिया बोबोंगा और विद्यार्थियों की ओर से बागेयाबेड़ा के दीपक लागुरी और बरकुंडिया की पिकी बिरूली ने विचार व्यक्त किया। सम्मेलन में कोल्हान नितिर तुरतुंग के कोषाध्यक्ष सिगराय बोदरा, समाजसेवी मास्टर इरशाद, अमृतराज हेम्ब्रम, रूक्मणि देवगम, सालमी सिकु, सुमित्रा बारी, गीता देवगम, लीना सावैयां, सुनीता हासदा, बानी बोदरा समेत काफी संख्या विद्यार्थी एवं अभिभावक मौजूद थे। कार्यक्रम में मंच का संचालन शिक्षक कृष्णा देवगम और धन्यवाद ज्ञापन जेजेबी सदस्य सह समाजसेवी विकास दोदराजका ने किया।

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