दुर्गा पूजा के उमंग व उल्लास में डूबा चाईबासा

पश्चिम सिंहभूम जिले का चाईबासा शहर दुर्गा पूजा के उमंग और उल्लास में डूब गया है। पूजा पंडालों में माता के पट खुलते ही भक्त दर्शन और पूजन के लिए पहुंचने लगे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 12 Oct 2021 06:46 PM (IST) Updated:Tue, 12 Oct 2021 06:46 PM (IST)
दुर्गा पूजा के उमंग व उल्लास में डूबा चाईबासा
दुर्गा पूजा के उमंग व उल्लास में डूबा चाईबासा

जागरण संवाददाता, चाईबासा : पश्चिम सिंहभूम जिले का चाईबासा शहर दुर्गा पूजा के उमंग और उल्लास में डूब गया है। पूजा पंडालों में माता के पट खुलते ही भक्त दर्शन और पूजन के लिए पहुंचने लगे हैं। मंगलवार को महासप्तमी पर सबसे पहले सुबह मां का घट नदी से लाकर पूजा-पंडालों में पूजा-अर्चना शुरू हो गई है। इससे पहले सोमवार की शाम ज्यादातर पूजा पंडालों का उद्घाटन हुआ। हालांकि कोरोना के कारण न विशाल और ना ही भव्य पंडाल का निर्माण किया गया है। सरकारी गाइड लाइन का पालन करते हुए पूजा हो रही है। इसके बावजूद श्रद्धालुओं के उत्साह और उमंग में कोई कमी नहीं है। चाईबासा के गांधीटोला, पिल्लई हॉल, रवींद्र भवन, दुर्गा मंदिर, गणेश मंदिर, मेरीटोला, अमलाटोला, सेनटोला, गुटूसाई-तुरीटोला-कल्याणपुर,गाड़ीखाना, रेलवे स्टेशन, पुलहातु, कुम्हारटोली, न्यू कॉलोनी टुंगरी, टुंगरी ओवरब्रिज, सिद्धेश्वर मंदिर, भुईया टोली व बांधपाड़ा पंडाल का निर्माण कर मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर महासप्तमी की पूजा शुरू हो गई है। यह पूजा महानवमी तक लगातार होती रहेगी। दशमी को मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा। चाईबासा में कई जगहों पर सुंदर पंडाल बनाकर मां दुर्गा की आकर्षक प्रतिमा स्थापित कर श्रद्धालु पूजा-पाठ कर रहे हैं। कोरोना संक्रमण को लेकर इस वर्ष भी चाईबासा में सादगी से मंदिरों व पंडालों में सरकार के निर्देश पर कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए दुर्गा पूजा मनाई जा रही है। महासप्तमी से मां की पूजा में श्रद्धालु लीन हो गए है। सभी पंडालों में सुरक्षा की दृष्टि से जिला प्रशासन की ओर से एक दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी व जवान तैनात किए गए हैं।

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