स्टेन स्वामी की मृत्यु के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार : मंगल सिंह बोबोंगा
आदिवासी समन्वय समिति की बैठक सोमवार को जेटेया मोड़ में हुई। इसकी अध्यक्षता अजय पुरती ने की।
संवाद सूत्र, जगन्नाथपुर : आदिवासी समन्वय समिति की बैठक सोमवार को जेटेया मोड़ में हुई। इसकी अध्यक्षता अजय पुरती ने की। बैठक से पूर्व स्टेन स्वामी को श्रद्धांजलि दी गई। इसमें समिति के सलाहकार सह पूर्व विधायक मंगल सिंह बोबोंगा ने कहा कि झारखंड में पांचवीं अनुसूची, जल, जंगल व जमीन विस्थापन तथा पलायन पर लोकतांत्रिक पद्धति से आवाज उठाने वाले स्टेन स्वामी को जेल में मृत्यु हो गई। स्टेन स्वामी की संस्थागत हत्या की गई। उन्होंने कहा कि क्या आदिवासी के संवैधानिक अधिकारों को लागू करने की बात करना राष्ट्र द्रोह है। बोबोंगा ने स्टेन स्वामी की मृत्यु के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि नौ अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति के नाम खुला पत्र जारी किया जाएगा। मौके पर घनश्याम हेंब्रम ने कहा कि स्टेन स्वामी आदिवासियों की आवाज थे। उनकी आवाज को दबाने का प्रयास किया गया और आदिवासियों के अधिकारों को समाप्त करने की साजिश की जा रही है। समिति के संयोजक डेबरा तुबिद ने कहा कि नौ अगस्त विश्व आदिवासी दिवस स्टेन स्वामी का यादगार दिवस होगा। मतियस सुरेन ने कहा कि इस बार नौ अगस्त को संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित आदिवासी अधिकारों को लागू करने की मांग सरकार से की जाएगी। उन्होंने आह्वान किया कि कोविड-19 का पालन करते हुए ग्रामसभा के माध्यम से नौ अगस्त को जगन्नाथपुर में आदिवासी दिवस मनाया जाएगा। बैठक को बाल्केश्वर सिकू, नरेश केराई, अल्वर्ट मुंडा, प्रशांत चांपिया, भगवान सिकू, उपेंद्र लागुरी, सुकराम पुरती, जयराम बरजो, सागर सिकू, लंका पुरती, केशव गोप, सोनाराम पुरती, सुनील अंगारिया, रामो बालमुचू, लखन चातोंबा आदि उपस्थित थे।