कथित हथियार बंद पीएलएफआई नक्सलियों ने युवक को पीटा
पश्चिम सिंहभूम जिले के नोवामुंडी प्रखंड अंतर्गत बडा़जामदा ओपी क्षेत्र के पांड्राशाली गांव के विपिन चंद्र महाकुड़ को कथित हथियारबंद पीएलएफआइ नक्सलियों ने तीस लाख रुपये लेवी की मांग को लेकर हथियार के बल पर घर से अपहरण कर लगभग दो किलोमीटर दूर जंगल में ले जाकर डंडे से जमकर पिटाई कर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया है।
संवाद सूत्र, नोवामुंडी : पश्चिम सिंहभूम जिले के नोवामुंडी प्रखंड अंतर्गत बडा़जामदा ओपी क्षेत्र के पांड्राशाली गांव के विपिन चंद्र महाकुड़ को कथित हथियारबंद पीएलएफआइ नक्सलियों ने तीस लाख रुपये लेवी की मांग को लेकर हथियार के बल पर घर से अपहरण कर लगभग दो किलोमीटर दूर जंगल में ले जाकर डंडे से जमकर पिटाई कर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया है। चार दिन के भीतर 30 लाख रुपये लेवी नहीं पहुंचाने पर पूरे परिवार की हत्या करने की धमकी देने के बाद उन्हें छोड़ा गया। मामले का खुलासा तब हुआ जब उनके बेटे सुधांशु शेखर महाकुड़ ने घटना के पांच दिन बाद मंगलवार को बड़ाजामदा ओपी में लिखित शिकायत दी है। मामला थाना पहुंचते ही पुलिस ने अज्ञात सात लोगों के खिलाफ ओपी में प्राथमिकी दर्ज कर ली है। घटना 11 नवंबर की रात्रि की है। थाना में दिए गए शिकायत आवेदन में बताया गया है कि घटना के बाद रात करीब साढ़े 11 बजे घटनास्थल से विपिन चंद्र महाकुड़ जख्मी हालत में किसी तरह से रात को घर पहुंचे। उनका बाएं हाथ टूटा हुआ था। जबकि बाएं पैर डंडे से पिटाई के कारण गंभीर रूप से जख्मी हुआ था। बेटा सुधांशु शेखर महाकुड़ व परिजन घायल विपिन को इलाज के लिए ओडिशा के कटक स्थित संसाई अस्पताल में भर्ती करा दिया है। सुधांशु शेखर ने कटक से लौटकर 16 नवंबर को बडा़जामदा ओपी में शिकायत दर्ज कराई है।
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सुधांशु ने बड़ाजामदा ओपी में कराया मामला दर्ज
सुधांशु शेखर महाकुड़ ने ओपी में दर्ज कराई शिकायत में बताया है कि 11 नवंबर की रात लगभग 11.30 बजे मेरे पिता विपिन चंद्र महाकुड़ लंगड़ते हुए जख्मी हालत में बाहर से घर लौटे थे। उनसे पूछने पर सारी हकीकत बताई। कहा कि सात नवंवर को मेरे मोबाइल संख्या 9279280763 पर एक अज्ञात नंबर 7481081884 से कॉल आया था। फोन करने वाले ने बताया था कि आपके घर पर पार्टी संगठन के नाम से एक पत्र दिया गया है। इसमें 30 लाख रुपये देने की बात कही गई है। उस कॉल को मैंने किसी शरारती तत्व का समझकर हल्के में लिया था। दोबारा 11 नवंबर की रात 10.30 बजे दो व्यक्ति आकर आपसे बात करना है कहकर दरवाजा खटखटा कर खोलने को कहा। घर का दरवाजा खोलते ही एक ने मेरे पेट में पिस्टल सटा दी और पैदल ले जाने लगे। बाहर देखा तो और पांच लोग अंधेरे में खड़े थे। कुल सात लोग आए थे। सभी ने मुंह में गमछा बांध रखा था। अपने आप को पीएलएफआइ का सदस्य होने का परिचय दे रहे थे। सबसे पहले पांड्राशाली प्राथमिक स्कूल तक ले गए। इसके बाद दो किलोमीटर दूर जंगल में ले जाकर तीस लाख रुपये की मांग की। अपने पास इतनी मोटी रकम नहीं होने की बात कही तो उन्होंने डंडे से हाथ-पैर पर पीटकर तोड़ दिया। जबकि पैर में पिटाई कर जख्मी कर दिया है। जख्मी पिता को 12 नवंबर की सुबह घायल हालत में लेकर जोड़ा अस्पताल पहुंचे। उनकी हालत को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए किसी बड़े अस्पताल ले जाने की सलाह दी गई। फिलहाल उन्हें लेकर कटक के सेंसाई अस्पताल में भर्ती कराया गया है।