विवादित जमीन पर कर्मा पर्व मनाने की बनी सहमति

मनोहरपुर अंचल के नंदपुर डोंगाकाटा की खाली पड़ी विवादित जमीन जिसे जीईएल चर्च वाले चर्च की जमीन बता रहे वहां एक समुदाय कर्मा पर्व की तैयारी कर रहे थे।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 08:32 PM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 08:32 PM (IST)
विवादित जमीन पर कर्मा पर्व मनाने की बनी सहमति
विवादित जमीन पर कर्मा पर्व मनाने की बनी सहमति

संवाद सूत्र, मनोहरपुर : मनोहरपुर अंचल के नंदपुर, डोंगाकाटा की खाली पड़ी विवादित जमीन जिसे जीईएल चर्च वाले चर्च की जमीन बता रहे, वहां एक समुदाय कर्मा पर्व की तैयारी कर रहे थे। जिसपर चर्च वालों द्वारा आपत्ति दर्ज की गई। वर्तमान में कर्मा पर्व को देखते हुए प्रशासन की उपस्थिति में दोनों पक्षों के प्रतिनिधि के साथ प्रशासन बैठक कर तत्काल रास्ता निकाला गया है। शुक्रवार को आयोजित होने वाला कर्मा पर्व समारोह विवादित भूमि पर ही होगा। इसके लिए आपत्ति करने वाले विवादित जमीन का पट्टा धारी जीईएल चर्च वालों ने भी एक समुदाय की आस्था के पर्व देखते हुए उक्त जमीन पर पर्व मनाने की सहमति दे दी है। बताते चलें कि मनोहरपुर प्रखंड के नंदपुर गांव का डोंगाकाटा में जीईएल चर्च वालों के अलावे दूसरे तरफ भी जमीन है। उक्त जमीन को लेकर वर्षो से एक समुदाय व चर्च वालों के बीच मतभेद चल रहा था। शुक्रवार को कर्मा पर्व को लेकर एक समुदाय के लोग उक्त जमीन का साफ सफाई कर तैयारी में लगे थे। चर्च के लोगों को यह नागवार गुजरा कि उनके जमीन में दूसरा समुदाय के लोग अपना पर्व मनाएं। इसलिए उन्होंने पुलिस प्रशासन की मदद ली। जिसके बाद गुरुवार को अंचल अधिकारी रविश राज सिंह, पुलिस निरीक्षक फागु होरो व थाना प्रभारी अमित कुमार ने दोनों पक्षा के पांच पांच प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर आखिरकार वर्तमान में अस्थाई हल निकाल दिया। विवादित स्थल पर ही कर्मा पर्व मनाया जाएगा।

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करमा की तैयारियों में जुटे लोग, चहुंओर उल्लास

जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर : भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का पर्व करमा की तैयारी विभिन्न समुदायों द्वारा अपने-अपने तरीके से की जा रही है। भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का यह पर्व केवल जनजातियों में ही नहीं बल्कि अन्य समुदायों में भी हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। जनजातीय समुदाय में मुंडा और उरांव विशेष रूप से इस पर्व को मनाते हैं। वहीं मूलवासी कुड़मी समुदाय भी इस पर्व को धूमधाम से मनाता है। सामान्य जाति के लोग भी बड़े ही उल्लास के साथ यह पर्व मनाते हैं। करमा पर्व के अवसर पर चक्रधरपुर के आसनतलिय में सामूहिक रूप से कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष सार्वजनिक अखाड़ा करम परब समिति 17 व 18 सितंबर को कार्यक्रम का आयोजन करेगी। जानकारी के अनुसार अपनी भाषा, संस्कृति, नेगाचारी को अक्षुण्ण रखने के लिए आसनतलिय स्कूल मैदान में अखाड़ा करम का आयोजन किया जाएगा। 17 सितंबर को संध्या छह बजे से पारंपारिक रूप से पूजा होगी। जबकि 18 सितंबर को अपराह्न 12 बजे से संध्या 5 बजे तक करम नाच का आयोजन होगा। जबकि करम डाली का भासान यानी विसर्जन बाजे-गाजे के साथ संध्या साढ़े 5 बजे किया जाएगा।

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