पांच किमी की दूरी तय कर खटिया पर ढोकर जंगल से निकाले गये दोनों शव

तीन घंटे तक जंगल में खोजबीन करने के बाद बैल खोजने निकले दो लोगों के शव बुरी अवस्था में जंगल अंदर 5 किलोमीटर दूर पत्थरों के बीच मिला।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 08:37 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 08:37 PM (IST)
पांच किमी की दूरी तय कर खटिया पर ढोकर जंगल से निकाले गये दोनों शव
पांच किमी की दूरी तय कर खटिया पर ढोकर जंगल से निकाले गये दोनों शव

संवाद सूत्र, कुमारडुंगी : तीन घंटे तक जंगल में खोजबीन करने के बाद बैल खोजने निकले दो लोगों के शव बुरी अवस्था में जंगल अंदर 5 किलोमीटर दूर पत्थरों के बीच मिला। दोनों को सोमवार के दिन दो हाथियों ने मिलकर बुरी तरह से पटक-पटक कर मार दिया था। पश्चिम सिहभूम जिले के कुमारडुंगी थाना क्षेत्र के रत्नासाई निवासी ग्रामीण मुंडा महेन्द्र बागे का बेटा आमोस बागे व खगेश बिरुवा सोमवार को बैल खोजने निकले थे। लगभग 24 घंटा बाद दोनो के शव मिलने से पुलिस प्रशासन व वन कर्मचारी घटना स्थल पहुंचे। पंचनामा तैयार कर शव को बाहर निकालने का प्रयास किया। गांव वाले, समाजसेवी पुरेन्द्र हेम्ब्रम, सिगा बागे, सुनिल मिज, मजदुर नेता माधव चन्द्र कुंकल व कई अन्य लोगों ने मिलकर शव को खटिया में ढोकर 5 किलोमीटर जंगल से बाहर निकाल कर गांव पहुंचाया। जंगल अंदर होने के कारण वहां गाड़ी नहीं पहुंच पाई। गांव वाले शव को लाने के लिऐ घर से दो खटिया लेकर गऐ थे। वहां खटिया में दोनों को लादकर घर तक लाने के लिए दो टीम बनायी गयी। समाजसेवी व मजदूर नेता शव के आगे रास्ता बनाने में लगे हुए थे। झाड़ी व चट्टानों को चीरते हुऐ शव को बाहर निकाला गया। ग्रामीणों ने एकजुट होकर बारी-बारी से शव को ढोकर जंगल से बाहर निकाल। हाथी के हमले से आमोस की दोनों आंखे पूरी तरह से फूट चुकी थी। बड़ी चिटियां उसे खा रहीं थी। सिर पत्थर पर पटकने की वजह से फटा हुआ था। पेड़ की डाली से गाल व गले में नोच के निशान थे। माथा अंदर घुसा हुआ था। लगभग 50 कदम दूर में खगेश बिरुवा का शव पड़ा था। हाथी ने उसके दोनों पैर मोड़कर तोड़ दिये थे। हाथों को भी तोड़ दिया था। बता दें कि आमोश वन सुरक्षा समिति का अध्यक्ष था। वहीं जानकारी मिली की मृत खगेश खडकोरी से जमशेदपुर जाने वाली दिव्या बस का चालक था। लॉकडाउन में गाड़ी बंद होने के कारण घर में ही रह रहा था।

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