प. सिंहभूम जिले में 5 स्वास्थ्य उपकेंद्रों को पहली बार मिली इलेक्ट्रिक स्कूटी

पश्चिमी सिंहभूम जिला में सभी 342 स्वास्थ्य उपकेंद्रों को इलेक्ट्रिक स्कूटी दी जानी है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 07:28 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 07:28 PM (IST)
प. सिंहभूम जिले में 5 स्वास्थ्य उपकेंद्रों को पहली बार मिली इलेक्ट्रिक स्कूटी
प. सिंहभूम जिले में 5 स्वास्थ्य उपकेंद्रों को पहली बार मिली इलेक्ट्रिक स्कूटी

जागरण संवाददाता, चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिला में सभी 342 स्वास्थ्य उपकेंद्रों को इलेक्ट्रिक स्कूटी दी जानी है। स्कूटी आवंटन की शुरुआत कर दी गई है। पहले चरण में सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झींकपानी से जुड़े 5 स्वास्थ्य उपकेंद्रों को इलेक्ट्रिक स्कूटी मुहैया कराई गयी हैं। पांचों स्कूटी एसीसी कंपनी प्रबंधन ने सीएसआर के तहत स्वास्थ्य उपकेंद्र नवागांव, केलेंन्डे, बिगतोपांग, हाटगम्हरिया व गुड़ा की एएनएम को प्रदान की। चाईबासा स्थित सदर अस्पताल परिसर से उपायुक्त अनन्य मित्तल ने पांचों स्वास्थ्य उपकेंद्रों के लिए एएनएम के जरिये इन इलेक्ट्रिक स्कूटर को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मौके पर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डा. बुका उरांव, एसीसी झींकपानी प्लांट के निदेशक राज गुरुंग भी मौजूद थे। उपायुक्त ने कहा कि उपलब्ध वाहनों के माध्यम से स्वास्थ्य उप केंद्र के प्रभारी को क्षेत्र भ्रमण में काफी सहयोग मिलेगा तथा क्षेत्र अंतर्गत कोविड-19 वैक्सीनेशन के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग के अन्य कार्यों को ससमय संपादित किया जा सकेगा। इस दौरान एसीसी के द्वारा 500 कोरोना किट भी सदर अस्पताल-चाईबासा को उपलब्ध करवाई गई। इस दौरान सदर अस्पताल परिसर में झींकपानी प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रभात रंजन चौधरी, सदर अस्पताल उपाधीक्षक डा.ओम प्रकाश गुप्ता, जिला सर्विलांस पदाधिकारी डा. संजय कुजूर, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी झींकपानी, एसीसी सीएसआर हेड ललित विश्वा उपस्थित थे। यहां बता दें कि जिला प्रशासन की पश्चिमी सिंहभूम के सभी 342 स्वास्थ्य उपकेंद्रों को एक-एक इलेक्ट्रिक स्कूटी देने की योजना है। पूरे झारखंड राज्य में पश्चिमी सिंहभूम पहला जिला हैं जहां इतनी संख्या में स्वास्थ्य विभाग को इलेक्ट्रिक स्कूटी मुहैया कराई जा रही हैं। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से अलग से आनलाइन टेंडर भी निकाल दिया गया है। इसमें न्यूनतम बोली लगाने वाली कंपनी को जरूरत के अनुसार इलेक्ट्रिक स्कूटी उपलब्ध कराने स्वीकृति दी जाएगा। इस मद की राशि कंपनियों से प्राप्त सीएसआर फंड से खर्च की जायेगी।

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