बड़े भाग्य से हमें मिला है रामकाज का मौका : कौशल

श्री अयोध्या धाम में बनने वाले प्रभु श्रीराम लला के भव्य मंदिर निर्माण के लिए विगत ड

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 04:32 PM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 04:32 PM (IST)
बड़े भाग्य से हमें मिला है रामकाज का मौका : कौशल
बड़े भाग्य से हमें मिला है रामकाज का मौका : कौशल

जासं,सिमडेगा :श्री अयोध्या धाम में बनने वाले प्रभु श्रीराम लला के भव्य मंदिर निर्माण के लिए विगत डेढ़ माह से चल रहे निधि समर्पण अभियान का समापन समारोह का आयोजन संत रैदास जयंती के पावन अवसर पर किया गया। विश्व हिदू परिषद तथा निधि समर्पण महाअभियान कार्यालय में निधि समर्पण अभियान के प्रमुख कौशल राज सिंह देव जी की अध्यक्षता में अभियान का समापन किया गया।

समापन समारोह में जिले के सभी कारसेवक और रामभक्त उपस्थित हुए। कार्यक्रम की शुरुआत अभियान प्रमुख कौशल राज सिंह देव, जिला संघ चालक हनुमान प्रसाद बोंदिया एवं अभियान सह प्रमुख श्यामलाल शर्मा जी द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर भव्य श्रीराम दरबार का पूजन कर भगवान के चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित कर भगवान से प्रार्थना की गई कि वे अपने सभी भक्तों की मनोकामना पूर्ण करें। सभी परिवार में, समाज में और उनके मनोबल में हमेशा खुशी और बरकत रहे। पूरे जिले में सभी हिंदू संगठन से जुड़े कार्यकत्र्ता ने पूरे उत्साह के साथ निधि समर्पण अभियान में भाग लिया और जिले के हर ग्राम, हर टोले और प्रत्येक घरों में पहुंचकर अंशदान लिया। इस अवसर पर समापन समारोह को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने इस डेढ़ माह अपने अनुभव और खट्टी-मीठी यादों को सभी के साथ साझा किया। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी कार्यक्रम में विश्व हिन्दू परिषद द्वारा संत रविदास जयंती मनाई गई। समापन समारोह को संबोधित करते हुए विश्व हिदू परिषद के अध्यक्ष सह अभियान प्रमुख कौशल राज सिंह देव ने सभी को संत रविदास जी की जयंती की शुभकामना देते हुए कहा हम भाग्यशाली हैं, कि हमें रामकाज करने का मौका मिला। अनेक अभियानों और बलिदानों के फलस्वरूप यह भाग्यशाली दिन आया है और जन-जन के सहयोग से प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर बनने जा रहा है। प्रभु श्रीराम का मंदिर हमारी ही नहीं पूरे विश्व की धरोहर है। हमारी आने वाली पीढ़ी हम पर गर्व करेगी कि हमारे पुरखों ने इस रामकाज में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि हम फिर से वही गौरव प्राप्त करेंगे, हम फिर से विश्व गुरु होंगे। उन्होंने संत रविदास जी के जीवन दर्शन पर प्रकाश डालते हुए कहा संतों की इस पवित्र भूमि में संत रविदास जैसे महान संत प्रकट हुए। उनका जीवन हमारे लिए हमेशा प्रेरणादायक रहेगा। कहा जाता है भगवान और भक्त का संबंध अटूट होता है। उन्होंने कहा हमारे सनातन समाज में कभी किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं रहा। कुछ स्वार्थी लोगों द्वारा हमें बांटने के लिए यह विभेद किया गया। हमें फिर से वही समरस समाज बनाने की आवश्यकता है। कार्यक्रम का समापन श्रीराम कथा कार बहनों द्वारा महाआरती कर एवं प्रसाद वितरण कर किया गया।

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