बाल तस्करी पर अंकुश लगाएगी समिति : उपायुक्त

जिले को बाल तस्करी एवं बाल मजदूरी जैसी समस्याओं के निदान के लिए बाल संरक्षण

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 05:19 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 09:34 PM (IST)
बाल तस्करी पर अंकुश लगाएगी समिति : उपायुक्त
बाल तस्करी पर अंकुश लगाएगी समिति : उपायुक्त

जासं, सिमडेगा : जिले को बाल तस्करी एवं बाल मजदूरी जैसी समस्याओं के निदान के लिए बाल संरक्षण-जन आंदोलन विषय पर जिलास्तरीय दो दिवसीय कार्यशाला

का आयोजन मंगलवार को नगर भवन में किया गया। सुदूरवर्ती व अंतिम छोर पर बसे गांव तक पहुंच रखने वाली सेविका, सहायिका की मदद से ग्राम बाल संरक्षण समिति का गठन कर गांव-समाज को बाल तस्करी, बाल मजदूरी मुक्त क्षेत्र बनाने का बीड़ा जिला प्रशासन ने उठाया है। जिला दंडाधिकारी सह डीसी सुशांत गौरव ने अपनी प्रतिक्रिया को जाहिर करते हुए कहा कि उद्देश्य को गांठ बांधकर गांव-टोला वार जागरूकता के माध्यम से गैर कानूनी कार्यों को पूरी तरह बंद करें। उन्होंने उपस्थित सेविका, सहायिका, समर्पित शिक्षक एवं एनजीओ से कहा कि आप ग्राम बाल संरक्षण समिति में रह कर समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचें व बाल मजदूरी एवं बाल तस्करी को पूरी तरह खत्म करने की दिशा में सार्थक कदम उठाएं। मानव तस्करों के विरुद्ध प्रशासन को सूचित करें। साथ ही अभिभावकों को भी इसके लिए जागरूक करें। उन्होंने कहा कि फूलो-झानो आशीर्वाद योजना के तहत सभी गरीब एवं हड़िया-दारू बेचने वाली महिलाओं को अच्छा स्वरोजगार से जुड़ने के लिए भी

प्रेरित करने की बात कही।उन्होंने कहा कि बाल मजदूरी गैर कानूनी है।सामाजिक विकास के साथ-साथ आर्थिक विकास से भी ग्रामीणों को जोड़ें। जिले में विभिन्न विभागों के द्वारा कार्य किया जा रहा है। वन स्टॉप सेंटर अन्तर्गत सभी प्रकार की हिसा से पीड़ित महिलाओं एवं बालिकाओं को एक हीं स्थान पर अस्थायी आश्रय, पुलिस-डेस्क, विधि सहायता, चिकित्सा एवं काउंसलिग की सुविधा दी जा रही है।

उन्होंने स्पष्ट शब्दो में कहा कि ऐसा देखा जाता है कि मानव तस्करी के चंगुल से आजाद महिला को पुन: गांव-समाज में रहने की प्रताड़ना भी झेलनी पड़ती है। जो कि समाज के लिए कलंक है।ऐसा न होना चाहिए।पीड़ित के उज्ज्वल भविष्य के निर्माण में मदद करने की बात कही। यह भी कहा कि गलत होता है तो आवाज उठाएं।चुप न रहें। हेल्पलाईन नम्बर का प्रचार-प्रसार करने की बात कही। सीजेएम ने दी जानकारी

सिमडेगा:जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव व सीजेएम आनंद मणि त्रिपाठी, अनुमंडल पदाधिकारी महेन्द्र कुमार,जिला समाज कल्याण पदाधिकारी रेणु बाला व गैर सरकारी संस्था के द्वारा बाल संरक्षण-जन आंदोलन के कार्यशाला में विस्तृत प्रशिक्षण की जानकारी दी गई । जिला समाज कल्याण पदाधिकारी ने वन स्टॉप सेंटर के कार्यों के बारे में बताया। बाल संरक्षण समिति गठित

सिमडेगा: कार्यक्रम के दौरान ग्राम बाल संरक्षण समिति की गठन की प्रक्रिया की गई। साथ ही अधिकार, कार्य-दायित्व एवं रिर्पोटिग सूत्र के बारे में समिति को रूबरू कराया गया। सत्यार्थी संस्था द्वारा जिला बाल संरक्षण गृह, सहयोग विलेज को आक्सीमीटर, नेबुलाइजर, पीपी किट, फेस मास्क, ग्लब्स, सेनिटाइजर, मेडिसिन, आक्सीजन कोसंट्रेटर वितरण किया गया। सीसीआइ प्रभारी को कोविड-किट का वितरण किया गया। बाल संरक्षण प्रचार रथ को भी रवाना किया गया।

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