सड़क पर भटकतीं दो बच्चियों को मिला सीडब्ल्यूसी का सहारा

संसू सिमडेगा हेलेनपुर के समीप रविवार को दो मासूम बच्चियां फटे- पुराने कपड़े पहने ह

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 09:06 PM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 09:06 PM (IST)
सड़क पर भटकतीं दो बच्चियों को मिला सीडब्ल्यूसी का सहारा
सड़क पर भटकतीं दो बच्चियों को मिला सीडब्ल्यूसी का सहारा

संसू, सिमडेगा: हेलेनपुर के समीप रविवार को दो मासूम बच्चियां फटे- पुराने कपड़े पहने हाथों में प्लास्टिक का थैला लिए भटकती हुई पाई गई। इन दोनों बच्चों को चाइल्ड लाइन के सहयोग से सीडब्ल्यूसी को सौंपा गया। महज 8 वर्ष और 4 वर्ष उम्र की ये दोनों बच्चियां बेसहारा स्थिति में भटक रही थी। किसी समाजसेवी ने फोन कर इस बात की जानकारी चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 को दी। जिसके बाद चाइल्ड लाइन के लोगों ने मौके पर पहुंचकर दोनों को सीडब्ल्यूसी के ऑफिस पहुंचाया। डरी और सहमी दोनों बच्चियां दुबककर कुर्सी पर बैठी रही। समिति की सदस्य द्वारा बार-बार उनके डर को कम करने का प्रयास किया जाता रहा। भूख से बिलखते दोनों बच्चियों के मुंह से आवाज तक नहीं निकल रही थी। रविवार होने के कारण आसपास के सभी दुकानें बंद थी। बच्चियों की स्थिति को देख सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष किरण चौधरी ने अपने बैग से दो केले निकाल कर उन बच्चों को खाने के लिए दिया। जिसे वह अपने थैले में रखने लगी। ऐसा करते देख उन्होंने पूछा तो बोल उठी किसी ने रास्ते में दो बिस्किट दिया था उसी को खाकर पानी पिया है। बाद में भूख लगेगा तो केला खा लेंगी। जब उनसे कहा गया कि अब किसी प्रकार की कोई चिता नहीं है। उन्हें प्रतिदिन नियमित रूप से भोजन मिलेगा, तो दोनों बच्चियां प्लास्टिक में रखे केले को निकाल कर खाने लगी। स्थिति थोड़ी सामान्य होने पर जब दोनों बच्चियों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि बीते बुधवार को उनके चाचा चाची द्वारा घर से निकाल दिया गया था।तभी से वे दोनों भूखे पैसे भटक रहे रही हैं। कभी किसी होटल के बाहर, तो कभी दुकान के बाहर बने बरामदे में सोकर रात गुजारती हैं। किसी ने कुछ दिया तो खा लिया अन्यथा भूखे पेट ही सो जाती थी। इसी दौरान वह दोनों भटक कर रविवार को हेलेनपुर के समीप पहुंची। बढ़ती गर्मी और तपिश से सड़कों पर चलते इन दो मासूम बच्चियों के पांव छिल चुके थे। सीडब्ल्यूसी की ऑफिस पहुंची ये दोनों बच्चियां अपना घर नहीं बता पा रही थी। रविवार को सर्वप्रथम सीडब्ल्यूसी के द्वारा दोनों को सहयोग विलेज होम भेज दिया गया।

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