मुठभेड़ के बाद इनामी जोनल कमांडर साथी संग धराया
जासं सिमडेगा दो लाख का इनामी पीएलएफआइ जोनल कमांडर सचित सिंह को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद पकडा गया।
जासं, सिमडेगा: दो लाख का इनामी पीएलएफआइ जोनल कमांडर सचित सिंह को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद उसके एक अन्य साथी जॉन सुरीन के साथ जलडेगा थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। उसके पास से पुलिस ने इंसास रायफल व मैगजीन, 5.56 का 12 चक्र कारतूस, एक मोबाइल व दो खोखा भी बरामद किया है।
एसपी संजीव कुमार ने प्रेसवार्ता में बताया कि उग्रवादी सचित सिंह विगत 10 वर्षों से फरार चल रहा था। उसके विरुद्ध सिमडेगा में हत्या समेत अन्य मामलों में कुल 31 केस दर्ज हैं। वह पुलिस के विरुद्ध पिछले कई मुठभेड़ का नेतृत्व किया है। सचित सिंह कोलेबिरा थाना अंतर्गत बरसलोया बेलोटोली का रहने वाला है, जबकि जॉन सुरीन जलडेगा थाना के अंतर्गत रोबगा बृंगाटोली का रहने वाला है। एसपी ने बताया कि पिछले दिनों जलडेगा के बेंदोचुआं में पुलिस के साथ हुए मुठभेड़ में भी सचित सिंह लीड कर रहा था। जिसमें एक उग्रवादी मारा गया था। वहीं छह उग्रवादी गिरफ्तार किए गए थे। तब सचित सिंह अपने कुछ साथियों के साथ भाग निकला था। इधर उक्त घटना के बाद सचित पुन: क्षेत्र में अपना प्रभाव जमाने के लिए तैयारी कर रहा था। सूचना मिली कि वह हथियार सहित कुछ उग्रवादियों के साथ क्षेत्र में घूम रहा है। इसी सूचना के आलोक में कोलेबिरा थाना प्रभारी रामेश्वर भगत एवं जलडेगा थाना प्रभारी फिलीप मिज के नेतृत्व में बुधवार को छापामारी की गइ। पुलिस की आहट मिलते ही उग्रवादी फायर करने लगे। इसपर पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। पुलिस को भारी पड़ता देख उग्रवादी भागने को हुए। इसी क्रम में उन्हें घेरकर गिरफ्तार कर लिया गया। पकड़े गए उग्रवादियों ने ये भी स्वीकार किया कि वे बीड़ी पत्ता ठेकेदार से एवं सड़क निर्माण में लगे संवेदक से लेवी वसूलने आए थे।
एसपी ने बताया कि सचित सिंह की गिरफ्तारी बड़ी सफलता है। अब पीएलएफआई का लगभत खात्मा हो चला है। एसपी ने अभियान में शामिल पुलिस पदाधिकारियों को पुरस्कृत करने की बात कही। एसपी ने यह भी कहा कि जब्त रायफल पुलिस से लुटी गई है, जिसके बारे में जांच कराई जाएगी। प्रेस वार्ता में एएसपी निर्मल गोप, एसडीपीओ राजकिशोर व अन्य पुलिस पदाधिकारी व लोग उपस्थित थे।