सिमडेगा में फिर मिले सात कोरोना पॉजिटिव मरीज

जासंसिमडेगाजिले में गुरुवार को कोरोना पॉजिटिव के 7 नए केस सामने आए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Jun 2020 08:55 PM (IST) Updated:Fri, 05 Jun 2020 06:21 AM (IST)
सिमडेगा में फिर मिले सात कोरोना पॉजिटिव मरीज
सिमडेगा में फिर मिले सात कोरोना पॉजिटिव मरीज

जासं,सिमडेगा:जिले में गुरुवार को कोरोना पॉजिटिव के 7 नए केस सामने आए हैं। इस प्रकार अब तक जिले में मरीजों की कुल संख्या 32 हो गई है। विदित हो कि एक दिन पूर्व भी 8 केस आए थे। इधर सात नए मामलों में छह पुरुष एवं एक महिला मरीज हैं। इन मरीजों में अवराबहार बड़काटोली, लसिया खेराकोना ,रेंगारी कोनपला, बोरोसेता बानो,सिंहरजोर तरगा बांसजोर ,कोनसोदे बानो , बानो पतराटोली के एक-एक मरीज शामिल हैं। सभी का सैम्पल 24 मई 2020 को लिया गया था। इनकी उम्र 18-31 के बीच में है। ज्ञात हो कि इन सात को महाराष्ट्र से जिला में आने के उपरांत मेडिकल जांच करते हुए जिला प्रशासन द्वारा प्रखण्ड के क्वारंटाईन केन्द्र में रखा गया था। जहां इन सात का सैम्पल मेडिकल टीम के द्वारा एकत्र करते हुए जांच हेतु भेजा गया था। इधर, कोरोना के मामले लगातार बढ़ने के बाद जिलेवासियों के लिए चिता बढ़ती जा रही है। हालांकि राहत की बात यह है कि इन सभी मरीजों को क्वारंटाइन केन्द्र में रखा गया था। अबतक 4512 संदिग्धों का लिया गया सैंपल

सिमडेगा: स्वास्थ्य विभाग, सिमडेगा से मिली जानकारी के अनुसार 4512 संदिग्ध व्यक्तियों का सैम्पल लिया गया है। जिसमें 2589 व्यक्तियों का जांच रिर्पोट नेगेटिव पाया गया। वहीं 24 व्यक्ति पॉजिटिव पाये गए थें। जिनमें 13 व्यक्ति का तीसरा मेडिकल जांच रिर्पोट नेगेटिव पाई गई 7 55 सैंपल गलत थे। चार मई को 133 व्यक्तियों का सैम्पल भेजा गया ट्रूनेट मशीन से 110 मिनट में जांच होगी पूर्ण

सिमडेगा:उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल ने कोविड-19 ट्रुनेट सैम्पल जांच लैब का फीता काटकर शुरूआत की। सदर अस्पताल सिमडेगा में कोविड-19 के संदिग्ध व्यक्तियों की सैम्पल की ट्रूनेट मशीन से मेडिकल जांच की प्रक्रिया शुरू की गई। जहां उपायुक्त ने अपना पहला सैम्पल जांच हेतु दिया। उपायुक्त ने कहा कि जिला के कोविड-19 के संदिग्ध व्यक्तियों की जांच स्थानीय सदर अस्पताल में की जाएगी। यह सुविधा बहाल होने से अब तेजगति से संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की जा सकेगी।

यह मशीन 110 मिनट में जांच पूर्ण कर देता है। यह जांच प्रक्रिया तीन शिफ्टो में किया जाएगा। उपायुक्त ने कहा कि जो लैब टेक्नेशियन व कर्मी रांची से ट्रेनिग लेकर आये हैं, वे जिला के अन्य मेडिकल स्टाफ को भी प्रशिक्षित कर दें, ताकि कार्य में किसी तरह का बाधा न हो। पहले उच्च प्राथमिकता वाले लोगों का जांच किया जाए। इस मशीन से प्रतिदिन 40 व्यक्तियों का जांच हो जाएगा।उपायुक्त ने लैब टेक्नेशियन एवं डॉक्टर को पूरी तरह स्वयं को बचाव के कवर से लैस करते हुए संदिग्ध व्यक्तियों का सैम्पल एकत्र करते हुए जांच करने की बात कही।सिविल सर्जन डॉक्टर पीके सिन्हा ने बताया कि अधिष्ठापित ट्रूनेट मशीन से सैम्पल की जांच करने पर जांच रिपोर्ट निगेटिव आते है तो वह मान्य है, परन्तु पॉजिटिव परिणाम आने पर उसे पुन: जांच हेतु इटकी जांच केन्द्र में भेजा जाएगा।मौके पर सिविल सर्जन डॉ.पीके सिन्हा, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी रेणु बाला, ट्रुनेट लैब जांच प्रभारी डॉ. बुक्का उरांव, बीपीएम राजीव कुमार के अलावे डॉक्टर व अन्य कर्मी उपस्थित थें।

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