खरसावां के कई गांवों में इंसुलेटरों पर वज्रपात
बिजली कड़कने और हल्की बारिश से ही खरसावां के ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति बाधित हो जा रही है। यहीं नहीं इस फॉल्ट को दुरुस्त करने में भी बिजली विभाग को घंटों मशक्कत करनी पड़ रही है। पिछले तीन दिनों से रुक रुककर हो कर रही बारिश से ग्रामीण इलाके में बिजली की आपूर्ति बदतर हो गयी है।
संवाद सूत्र, खरसावां : बिजली कड़कने और हल्की बारिश से ही खरसावां के ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति बाधित हो जा रही है। यहीं नहीं इस फॉल्ट को दुरुस्त करने में भी बिजली विभाग को घंटों मशक्कत करनी पड़ रही है। पिछले तीन दिनों से रुक रुककर हो कर रही बारिश से ग्रामीण इलाके में बिजली की आपूर्ति बदतर हो गयी है। खरसावां प्रखंड की हरिभंजा व रिडींग पंचायत के दर्जनों गांव में बीते 72 घंटे में 12 घंटे भी बिजली नहीं रही है। शनिवार व रविवार को पूरी रात बिजली गुल रही।
जानकारी के अनुसार शनिवार को देर शाम बिजली कड़कने के साथ हल्की बारिश हुई। इसके बाद से ही खरसावां के अधिकांश इलाको में बिजली गुल हो गई। रविवार सुबह बिजली की आपूर्ति बहाल हुई, तो देर शाम बारिश होते ही यह गुल हो गयी। सोमवार को भी दिन भर आपूर्ति नहीं हुई। देर शाम दो पंचायतों में बिजली की आपूर्ति शुरू की गयी। बिजली विभाग से संपर्क करने पर बताया गया कि बारिश के साथ बिजली कड़कने के कारण कई जगहों पर पोल पर लगे इंसुलेटर पंचर हो गये। साथ ही बिजली के लाइन में भी फॉल्ट आ गयी। फॉल्ट को खोजने के साथ साथ इंसुलेटर बदलने व मेन लाइन को दुरुस्त करने में बिजली मिस्त्रियों को मशक्कत करनी पड़ी। रात के वक्त ग्रामीण क्षेत्रों में फॉल्ट आने पर बिजली के मिस्त्री भी घर से निकलने में कतराते है। क्षेत्र में चरमराई बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने संबंध में उपभोक्ता राजरसावां के पीएसएस से दूरभाष पर संपर्क कर जानकारी लेने का प्रयास करते हैं, तो सही जानकारी नहीं मिल पाती है। हर बार लाइन में फॉल्ट होने तथा जल्द ही दुरुस्त करने की बात कही जाती है। कई बार तो पीएसएस के कर्मी मोबाईल तक रिसीव नहीं करते है।