10वीं में भी शेन इंटरनेशनल स्कूल के छात्रों ने लहराया परचम

12वीं के बाद 10वीं में भी शेन इंटरनेशनल स्कूल कांड्रा के छात्र-छात्राओं ने बेहतर प्रदर्शन किया है। सीबीएसई 10वीं की परीक्षा में स्कूल के छात्र देबोजित घोष 94.6 प्रतिशत अंक लाकर स्कूल टॉपर बने हैं..

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 09:30 AM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 09:30 AM (IST)
10वीं में भी शेन इंटरनेशनल स्कूल के छात्रों ने लहराया परचम
10वीं में भी शेन इंटरनेशनल स्कूल के छात्रों ने लहराया परचम

जागरण संवाददाता, सरायकेला : 12वीं के बाद 10वीं में भी शेन इंटरनेशनल स्कूल कांड्रा के छात्र-छात्राओं ने बेहतर प्रदर्शन किया है। सीबीएसई 10वीं की परीक्षा में स्कूल के छात्र देबोजित घोष 94.6 प्रतिशत अंक लाकर स्कूल टॉपर बने हैं। शशि कुमार ने 93 प्रतिशत अंक लाकर द्वितीय टॉपर बनने का गौरव हासिल किया। स्कूल की छात्रा खुशी को 92.4, मंताशा खालिद को 91.2, रश्मिता कुंडू को 91 व कनक अमृता को 90. 2 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए हैं। स्कूल की प्राचार्या पुष्पा भल्ला ने छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना की। आश्रम विद्यालय कुचाई का परीक्षा परिणाम शत-प्रतिशत : सीबीएसई 10वीं बोर्ड की परीक्षा में आश्रम विद्यालय कुचाई का परीक्षाफल शत प्रतिशत रहा। विद्यालय से कुल 36 छात्र परीक्षा में शामिल हुए थे, जिसमें से 30 छात्र प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए। विद्यालय के संचालक सह संस्था के सचिव शिवकर पूर्ति ने शिक्षकों की सराहना करते हुए परिणाम को संतोषजनक बताया। विद्यालय के छात्र थुम्पू मार्डी 86.3 प्रतिशत अंक के साथ प्रथम स्थान पर रहे। मिलन कुमार कश्यप को 84.2 प्रतिशत व गोविदा मुर्मू को 80.8 प्रतिशत अंक मिले हैं। आश्रम विद्यालय कल्याण विभाग द्वारा संचालित विद्यालय है, जिसमें अनुसूचित जनजाति के गरीब परिवार के बच्चों को निश्शुल्क आवासीय शिक्षा प्रदान की जाती है। चांडिल डैम के कार्यपालक अभियंता को स्थानांतरित करने की मांग की : मंगलवार को चांडिल डैम के विस्थापितों की पीड़ा के साथ 116 गांव के युवा विस्थापित संगठन के प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त कार्यालय पहुंचे। चंद्र प्रकाश साहदेव के नेतृत्व में उन्होंने उपायुक्त को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। साथ ही चांडिल डैम के वर्तमान कार्यपालक अभियंता संजीव कुमार को अन्यत्र स्थानांतरित करने की मांग की। ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने कहा है कि पिछले 35-40 सालों से निर्माणाधीन चांडिल डैम का निर्माण अब तक पूरा नहीं है। पुनर्वास नीति के तहत मुआवजा समेत समुचित सुविधाएं नहीं दिए जाने के कारण फिलहाल विस्थापित लोग पूर्वजों के गांव में ही रह रहे थे। इस बीच 31 जुलाई को डैम का जलस्तर बढ़ने से लगभग 43 गांवों में पानी घुस गया, जिससे कई घर क्षतिग्रस्त हो गए। मौसम विभाग की चेतावनी के बाद भी चांडिल डैम के रेडियल गेट को बंद रखना विभागीय भूल थी। कहा, कार्यपालक अभियंता ने आपदा प्रबंधन समिति के निर्देशों का भी पालन नहीं किया। उन्होंने डीसी से कहा कि 10 दिनों के अंदर कार्यपालक अभियंता संजीव कुमार का स्थानांतरण नहीं किया गया तो 116 गांव के युवा एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन करेंगे। मौके पर संगठन के सचिव घनश्याम सिंहदेव, उपाध्यक्ष रतन सिंह मुंडा, मुखिया पहाड़ सिंह मुंडा, साबिर अंसारी, गेमन कैवर्त, मनोज पोद्दार, दशरथ मांझी, नवीन महतो, अश्वत्थामा कर्मकार, जितेन महतो, सनातन महतो, कोकिल माझी, तपन महतो, राजेश माझी, लखीकांत महतो, अभी महतो, बंकिम चंद्र महतो एवं धनंजय महतो समेत कई उपस्थित थे।

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