मांग पूरी होने तक हड़ताल पर रहने का निर्णय

संवाद सूत्र, पोटका : एकीकृत पारा शिक्षक संघ की बैठक रविवार को रामगढ़ आश्रम हाता में संघ

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Nov 2018 02:03 AM (IST) Updated:Mon, 19 Nov 2018 02:03 AM (IST)
मांग पूरी होने तक हड़ताल पर रहने का निर्णय
मांग पूरी होने तक हड़ताल पर रहने का निर्णय

संवाद सूत्र, पोटका : एकीकृत पारा शिक्षक संघ की बैठक रविवार को रामगढ़ आश्रम हाता में संघ के अध्यक्ष मृत्युंजय गोप की अध्यक्षता में हुई। बैठक में झारखंड स्थापना दिवस पर रांची में पारा शिक्षकों पर बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज के बाद पोटका के पारा शिक्षकों ने भी संघ के आदोलन का समर्थन करते हुए माग नही माने जाने तक हड़ताल में डटे रहने का निर्णय लिया। जिला उपाध्यक्ष भूषण चंद्र गोप ने कहा की माग को लेकर राची गए पारा शिक्षकों पर सरकार के इशारे पर लाठीचार्ज किया गया है यह सरकार की तानाशाही को दर्शाता है। उन्होंने कहा की पारा शिक्षकों को भयभीत करने के लिए हर दिन धमकाया जा रहा है। लेकिन हम उससे डरने वाले नहीं, सरकार हमारी माग को मानते हुए गिरफ्तार किए गए पारा शिक्षकों को रिहा करे साथ ही हमें नियमित करने की घोषणा करे, अन्यथा यह आदोलन जारी रहेगा। झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला महासचिव निखिल मंडल ने कहा की उनका संघ पारा शिक्षकों के आदोलन के समर्थन में है और संघ इनकी मागो को संसद तक पहुंचाने में सहयोग करेगा। बैठक में संघ के जिला उपाध्यक्ष भूषण गोप, प्रखण्ड अध्यक्ष मृत्युन्जय गोप, सचिव राजेश सीट, उपाध्यक्ष गौराग महाकुड़, कोषाध्यक्ष जितेन गोप, प्रवक्ता पीयुष मंडल, राजा हसन, दीपाकर सीट, यसवन्त सीट, गौतम सरदार, सविता सरदार, अनिता सरदार, अधीर पण्डा, मानस साव, संदीप सवा, अनिता गुप्ता, सूरज सरदार, समीर कुमार, अमिताभ मंडल, कृष्ण सरदार दुलाल दास, श्यामल सरकार समेत अन्य पारा शिक्षक मौजूद थे।

इधर आदित्यपुर में इंटक जिला अध्यक्ष लाल बाबू सरदार ने रविवार को कहा कि झारखंड स्थापना दिवस के अवसर पर पारा शिक्षकों के ऊपर सरकार द्वारा लाठियां बरसाना निदंनीय है। कांग्रेस इसका घनघोर विरोध करता है। उन्होंने कहा कि बीते पंद्रह वर्षो से पारा शिक्षक सुदुरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र से काम करने आते है बावजूद उन्हें उचित वेतन नही मिलता है। मांगों के समर्थन में आंदोलन करना कोई गलत बात नही हे। लेकिन सरकार के कारनामे से प्रतीत होता है कि सरकार अंग्रेजों की राह पर चलना शुरू कर दी है। यदि शीघ्र ही सरकार बेगुनाह पारा शिक्षकों का रिहा करते हुए स्थायीकरण नही करती है तो इंटक सड़क पर उतरकर आंदोलन करेगा।

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