वार्डो की सफाई कार्य को दी जाएगी विशेष प्राथमिकता : राजेंद्र

नगर पंचायत की अध्यक्ष मीनाक्षी पटनायक ने सोमवार को पुष्प गुच्छ प्रदान कर नए कार्यपालक पदाधिकारी राजेंद्र प्रसाद गुप्ता का स्वागत किया। जात हो कि नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी राजीव रंजन सिंह का स्थानांतरण कपाली नगर परिषद के ईओ पद पर हुआ है। कपाली नगर परिषद् के ईओ राजेंद्र प्रसाद गुप्ता को सरायकेला नगर पंचायत का कार्यपालक पदाधिकारी बनाया गया है..

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 07:30 AM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 07:30 AM (IST)
वार्डो की सफाई कार्य को दी जाएगी विशेष प्राथमिकता : राजेंद्र
वार्डो की सफाई कार्य को दी जाएगी विशेष प्राथमिकता : राजेंद्र

जागरण संवाददाता, सरायकेला : नगर पंचायत की अध्यक्ष मीनाक्षी पटनायक ने सोमवार को पुष्प गुच्छ प्रदान कर नए कार्यपालक पदाधिकारी राजेंद्र प्रसाद गुप्ता का स्वागत किया। जात हो कि नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी राजीव रंजन सिंह का स्थानांतरण कपाली नगर परिषद के ईओ पद पर हुआ है। कपाली नगर परिषद् के ईओ राजेंद्र प्रसाद गुप्ता को सरायकेला नगर पंचायत का कार्यपालक पदाधिकारी बनाया गया है। कपाली के कार्यपालक पदाधिकारी राजेंद्र प्रसाद सोमवार को सरायकेला नगर पंचायत पहुंचे और निवर्तमान कार्यपालक पदाधिकारी राजीव रंजन सिंह से पदभार ग्रहण किया। इसके बाद नगर कर्मियों के साथ बैठक कर उन्होंने आवश्यक जानकारी ली। उन्होंने कहा कि वार्डो की सफाई को विशेष प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन व स्थानीय जनप्रतिनिधि के अलावा जनता के सहयोग से योजनाओं का क्रियान्वयन किया जाएगा। शहर की सफाई, स्वच्छता व आम लोगों की समस्याओं का समाधान करना उनकी प्राथमिकता होगी। आंतरिक अंकेक्षण में भ्रष्टाचार को नियंत्रित करने की मांग : अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ की सरायकेला-खरसावां इकाई की ओर से सोमवार को जिला शिक्षा अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा गया। उन्होंने भय मुक्त व भ्रष्टाचार मुक्त वातावरण में एसएमसी व एसएमडीसी के वित्तीय वर्ष 2020-21 का आंतरिक अंकेक्षण कराने की मांग की। संघ के जिला महासचिव माणिक प्रसाद सिंह ने ज्ञापन में कहा है कि जिला शिक्षा अधीक्षक के निर्देशानुसार बीआरसी मुख्यालय में 137 विद्यालयों के विद्यालय प्रबंधन समितियों व विद्यालय प्रबंधन विकास समिति का आंतरिक अंकेक्षण किया जाना प्रस्तावित है। संघ की ओर से बताया गया कि आंतरिक अंकेक्षण के क्रम में छोटी-छोटी गलतियों को लेकर अंकेक्षण दल की ओर से विद्यालय प्रभारियों को डरा-धमका कर मोटी राशि वसूल करने का प्रयास किया जाता है।

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