हो भाषा को पहचान दिलाने के लिए समाज का प्रदर्शन

संसू, सरायकेला : उपायुक्त कार्यालय परिसर में मंगलवार को आदिवासी हो समाज युवा महासभा और ऑल इंडिया हो लैंग्वेज एक्शन कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में महासभा के जिला उपाध्यक्ष डेविड ¨सह बानरा के नेतृत्व में हो समाज ने हो भाषा को भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Oct 2018 11:26 PM (IST) Updated:Tue, 30 Oct 2018 11:26 PM (IST)
हो भाषा को पहचान दिलाने के लिए समाज का प्रदर्शन
हो भाषा को पहचान दिलाने के लिए समाज का प्रदर्शन

संसू, सरायकेला : उपायुक्त कार्यालय परिसर में मंगलवार को आदिवासी हो समाज युवा महासभा और ऑल इंडिया हो लैंग्वेज एक्शन कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में महासभा के जिला उपाध्यक्ष डेविड ¨सह बानरा के नेतृत्व में हो समाज ने हो भाषा को भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन किया। साथ ही उपायुक्त के माध्यम से प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन दिया।

इस मौके पर युवा महासभा के जिला उपाध्यक्ष डेविड ¨सह बानरा ने कहा कि भाषा विकास के आंदोलन में हो समुदाय आजादी के समय से संघर्षरत है। लेकिन सरकार ने अब तक संवैधानिक मान्यता नहीं दी है। इससे स्पष्ट होता है कि पूर्व एवं वर्तमान की सरकार हो समुदाय की भावना की उपेक्षा की है। अभी तक शांतिपूर्वक आंदोलन कर सरकार से आग्रह करते आ रहे हैं। अब उग्र आंदोलन होगा। वहीं ऑल इंडिया हो लैंग्वेज एक्शन कमेटी के सदस्य ने आदिवासियों की आवाज को दबाकर समाज एवं संस्कृति को मिटाने का षड़यंत्र है। कार्यक्रम में सावन सोय, अरमान जामुदा, ब्लास्टर केराई, कोल झारखंड बोदरा, सीता हेम्ब्रम, सिलाय सोय, दमोदर हांसदा, मालो देवगम, बबलू हेम्ब्रम, गणेश गगराई, कृष्णा बानरा, पालिस पाड़ेया, अनील देवगम, सोनाराम देवगम, गुनशन देवगम, मभनू देवगम, डोबरो देवगम,चरण उगरसंडी, सुरेश तियु, मीरा ओमंग, राजेश पुर्ती, समीर जामुदा, लक्ष्मण जामुदा, ¨पकी मुंडा, सरस्वती हेम्ब्रम, गीता हेम्ब्रम समेत काफी संख्या में महिला व पुरुष शामिल थे।

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