स्वास्थ्य मंत्री नहीं, स्वास्थ्य कर्मी बनकर कर रहा हूं कार्य : बन्ना

स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने रविवार को जूम एप के माध्यम से सरायकेला-खरसावां जिले में कोरोना संक्रमण के रोकथाम व संक्रमित मरीजों के बेहतर इलाज के किए जा रहे कार्यो की समीक्षा की। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि उन्होने कहा कि मैं स्वास्थ्य मंत्री बनकर नहीं बल्कि एक स्वास्थ्य सहकर्मी बनकर कार्य कर रहा हूं ताकि लोगों को जमीनी स्तर तक सहायता पहुंचाई जा सके..

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 07:10 AM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 07:10 AM (IST)
स्वास्थ्य मंत्री नहीं, स्वास्थ्य कर्मी बनकर कर रहा हूं कार्य : बन्ना
स्वास्थ्य मंत्री नहीं, स्वास्थ्य कर्मी बनकर कर रहा हूं कार्य : बन्ना

जागरण संवाददाता, सरायकेला : स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने रविवार को जूम एप के माध्यम से सरायकेला-खरसावां जिले में कोरोना संक्रमण के रोकथाम व संक्रमित मरीजों के बेहतर इलाज के किए जा रहे कार्यो की समीक्षा की। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि उन्होने कहा कि मैं स्वास्थ्य मंत्री बनकर नहीं, बल्कि एक स्वास्थ्य सहकर्मी बनकर कार्य कर रहा हूं, ताकि लोगों को जमीनी स्तर तक सहायता पहुंचाई जा सके। उन्होंने कहा कि इस महामारी में सभी डॉक्टर्स, नर्स, जिला प्रशासन, पुलिस-प्रशासन के पदाधिकारी, कर्मचारी व मीडिया साथियों ने बेहतर कार्य कर संक्रमण के प्रसार को रोकने में अहम योगदान दिया है। सभी के योगदान से अब कोरोना को नियंत्रित किया जा रहा है। कोरोना संक्रमण अभी खत्म नहीं हुआ है। राज्य सरकार की ओर से कोरोना संक्रमण के चेन को तोड़ने के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह का विस्तार किया गया है। लोगों से सहयोग की भावना से पेश आएं। लोगों को कोरोना संक्रमण के खतरे से अवगत कराएं। लोगों को यह बताएं कि कोरोना संक्रमण से उनकी जान बचाने के लिए सख्ती की जा रही है। इसके बावजूद यदि कोई व्यक्ति कोविड नियमों का उल्लंघन करता है तो उन पर नियम संगत करवाई करें। इस दौरान उपायुक्त अरवा राजकमल, पुलिस अधीक्षक मो. अर्शी, उपविकास आयुक्त प्रवीण कुमार गागराई, अपर उपायुक्त सुबोध कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी सरायकेला-चांडिल, सिविल सर्जन, इंडस्ट्रीज पार्टनर, प्राइवेट हॉस्पिटल/क्लिनिक मैनेजमेंट पार्टनर्स, जिला के वरीय, नोडल पदाधिकारी व सभी बीडीओ, सीओ उपस्थित थे। गांव स्तर पर झोला छाप डॉक्टर्स का लें सहयोग : स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए सभी पदाधिकारी, चिकित्सक व कर्मचारी आपसी समन्वय स्थापित कर कार्य करें। कोरोना संक्रमण के चेन को तोड़ने के लिए गांव व शहर के लिए अलग-अलग माइक्रो प्लान बनाएं। गांव स्तर पर लोगों को कोरोना से संबंधित जानकारी दें। उन्हें कोविड का टीका लेने के लिए जागरूक करें। किसी प्रकार अस्वस्थ महसूस करें तो नजदीकी अस्पताल में संपर्क कर कोविड जांच कराएं और इलाज कराने के लिए प्रेरित करें। इस कार्य में स्थानीय जनप्रतिनिधि व गांव स्तर पर लोगों को चिकित्सकीय सहायता प्रदान करने वाले झोला छाप डॉक्टर्स का सहयोग लें। कोविड से संबंधित दवाओं की न हो कालाबाजारी : स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि उपायुक्त के मॉनीटरिग में ड्रग्स इंस्पेक्टर कोविड से संबंधित दवाओं व सामग्रियों की सूची प्रतिदिन सभी दवा दुकानों अपडेट करते हुए प्रदर्शित करने का निर्देश दें। साथ ही कोविड से संबंधित दवाओं की कालाबाजारी न हो, यह सुनिश्चित करें। स्वास्थ्य मंत्री ने आवश्यक्तानुसार ऑक्सीजन स्पोर्टेड बेड की संख्या बढ़ाने, डॉक्टर्स व स्टाफ की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि टीकाकरण केंद्र पर लोगों को आवश्यक सुविधाएं प्रदान करें। थाना स्तर से सुनिश्चित करेंगे एंबुलेंस की व्यवस्था : स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि कोरोना संक्रमण के पहले फेज में थाना स्तर भोजन की सुविधा व लोगों को क्वारंटाइन करने की व्यवस्था की गई थी। इस बार थाना स्तर से एंबुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। इस कार्य के लिए सभी थाना प्रभारी संबंधित क्षेत्र के सरकारी व गैर सरकारी एंबुलेंस कि सूची तैयार करें, ताकि आवश्यकता पड़ने पर तत्काल एंबुलेंस कि व्यवस्था की जा सके। चलाया जा रहा तीन दिनों का स्वास्थ्य सर्वे अभियान : उपायुक्त अरवा राजकमल ने स्वास्थ्य मंत्री को जिले में संक्रमित मरीजों के बेहतर इलाज के लिए बनाए गए ऑक्सीजन स्पोर्टेड बेड, वेंटीलेटर, टीकाकरण, सैंपल टेस्टिंग अभियान व मास्क जांच अभियान कि जानकारी दी। उपायुक्त ने बताया कि गांव स्तर पर कोरोना संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के लिए तीन दिनों का स्वास्थ्य सर्वे अभियान चलाया जा रहा है। डोर-टू-डोर सर्वे कर घर के लोगों की संख्या, कितने लोगो ने कोविड का टीका लिया, 10 दिन के अंदर किसी को बुखार, सर्दी-जुखाम, खासी या अन्य बीमारी की जानकारी, 30 दिन के अंदर घर में किसी का देहांत, देहांत का कारण जैसी आवश्यक जानकारी ली जा रही है, ताकि समय रहते लोगों को चिकित्सकीय सहायता प्रदान की जा सके। सीएसआर जगत से ली जा रही है सहायता : उपायुक्त ने बताया कि कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए सीएसआर जगत से भी एंबुलेंस, ऑक्सीजन सिलेंडर, मेडिसिन किट, फूड पैकेट व इच्छानुसार राशि समेत अन्य सहायता ली जा रही है। उन्होंने बताया कि पंचायत स्तर पर प्रतिदिन टीकाकरण अभियान चलाकर लोगों को कोरोना की टीका लगाया जा रहा है। कोरोना से बचाव के लिए विभिन्न एहतिहातों का पालन व कोविड का टीका लेने के लिए विभिन्न माध्यमों जैसे माइकिग व स्थानीय भाषा में प्रचार- प्रसार, पंचायत स्तर पर पदाधिकारियों के द्वारा निरीक्षण और प्रिट व सोशल मीडिया के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है।

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