मनरेगा मजदूरों को दो माह से नहीं मिली मजदूरी, पलायन मजबूरी
मनरेगा मजदूरों को लगभग दो माह से मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है। इससे कई मजदूर पलायन करने को मजबूर हैं। राज्य सरकार ने मजदूरों के पलायन को रोकने के लिए मनरेगा के तहत कई योजनाएं चला रही हैं। खासकर लाकडाउन के बाद गांव घर में ही रोजगार उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है..
संवाद सूत्र, राजनगर : मनरेगा मजदूरों को लगभग दो माह से मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है। इससे कई मजदूर पलायन करने को मजबूर हैं। राज्य सरकार ने मजदूरों के पलायन को रोकने के लिए मनरेगा के तहत कई योजनाएं चला रही हैं। खासकर लाकडाउन के बाद गांव घर में ही रोजगार उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। परंतु समय पर मजदूरी का भुगतान नहीं किए जाने से मजदूर निराश हैं। इधर, कांग्रेस के प्रखंड महासचिव गुरुवार को राजनगर प्रखंड के बीजाडीह पंचायत स्थित रघुनाथपुर, पोखरिया, खैरबानी, जामडीह, रोला, कुमडीह, अर्जुन बिला आदि गांवों के मजदूरों से मिले। मजदूरों ने उन्हें बताया कि दो माह से मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है। भुट्टा रावत ने बताया कि दो माह से मजदूरी नहीं मिलने पर मजदूरों के समक्ष आर्थिक समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं। काम की तलाश में कई मजदूर पलायन कर रहे हैं। यदि तीन-चार दिनों के अंदर मजदूरों को उनके बकाए भुगतान नहीं किया गया तो वे मजदूरों की मांगों के समर्थन में उपायुक्त कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन करेंगे। संभवत: तीन-चार दिनों में मजदूरों के बकाया मजदूरी का भुगतान होने की संभावना है। बुधवार की शाम से फंड आना शुरू हो गया है। 28 दिसंबर के बाद मजदूरों की मजदूरी का भुगतान नहीं हुआ है।
- मनोज कुमार तियु, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा। रुगुडीह पंचायत के 200 परिवारों को मिला मच्छरदानी : कुचाई प्रखंड स्थित रूगुडीह पंचायत के बिजार गांव में गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से दो सौ परिवारों के बीच मेडिकेटेड मच्छरदानी का वितरण किया गया। इस अवसर पर प्रखंड प्रमुख करम सिंह मुंडा ने मच्छरदानी लाभुकों के बीच मच्छरदानी का वितरण किया। साथ ही लोगों से मलेरिया व अन्य बीमारियों से बचाव के लिए मच्छरदानी का उपयोग करने की अपील की गई। मौके पर एमपीडब्ल्यू इंद्रजीत हेंब्रम, एनएम अनीता सिन्हा, विद्याधर सिंह मुंडा, सुखबाद मुंडा, रोमन हजाम समेत कई सेविका-सहिया उपस्थित थीं।