कोरोना से कोसों दूर प्रकृति की गोद में बसा कालाझरना गांव

सरायकेला-खरसावां जिले के राजनगर प्रखंड अंतर्गत राजनगर पंचायत के कालाझरना में अब तक लोग कोरोना से सुरक्षित हैं। गांव की आबादी एक हजार से अधिक है..

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 06:00 AM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 06:00 AM (IST)
कोरोना से कोसों दूर प्रकृति की गोद में बसा कालाझरना गांव
कोरोना से कोसों दूर प्रकृति की गोद में बसा कालाझरना गांव

जागरण संवाददाता, सरायकेला : सरायकेला-खरसावां जिले के राजनगर प्रखंड अंतर्गत राजनगर पंचायत के कालाझरना में अब तक लोग कोरोना से सुरक्षित हैं। गांव की आबादी एक हजार से अधिक है। कोरोना वायरस के फ‌र्स्ट वेब से भी गांव के लोग सुरक्षित थे और दूसरी लहर में भी सुरक्षित हैं। गांव का एक भी व्यक्ति अब तक कोरोना पाजिटिव नहीं हुआ है ना ही किसी को अस्पताल में भर्ती करने की नौबत आई। इससे यह स्पष्ट है कि गांव के लोग कोरोना संक्रमण से बचाव के प्रति कितने जागरूक हैं। एहतियात के तौर पर गांव के लोगों ने आसपास के गांवों से संपर्क काट लिया है। इस गांव के लोग किसी दूसरे गांव में नहीं जाते हैं। दूसरे गांव के लोगों को भी कालाझरना गांव में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है। गांव के लोगों के अनुसार, कोरोना संक्रमण को मात देने के लिए यह व्यवस्था उचित है। यहां के लोग काफी मेहनती हैं। हल्की सर्दी-खांसी होने पर ही दवा खा रहे लोग : कालाझरना गांव के लोग हल्की सर्दी-खांसी होने पर तुरंत दवा के सेवन कर रहे हैं। गांव की नर्स सावित्री उग्रसांडी पिछले एक साल से सीएचसी में कार्यरत हैं। वह कोरोना मरीजों की टेस्ट से लेकर वैक्सीन देने का काम कर रही हैं। इनसे गांव के लोगों को काफी लाभ मिल रहा है। चूंकि सावित्री उग्रसांडी कोरोना के लक्षणों को अच्छी तरह से समझ रही हैं। गांव के लोग हल्की सर्दी-खांसी या बुखार आने पर तत्काल उनसे परामर्श ले रहे हैं। वह संबंधित लोगों को सीएचसी में उपलब्ध दवाएं देती हैं। हर दिन गांव का कोई न कोई व्यक्ति उनसे दवा लेने अवश्य आता है। सहिया सकुन जामुदा भी लोगों की स्वास्थ्य के प्रति काफी सक्रियता से काम कर रही हैं। कोरोना से बचाव के लिए कर रहे जागरूक : गांव के गणमान्य लोग जैसे ग्राम मुंडा डोबरो देवगम, राजनगर पंचायत के प्रभारी मुखिया गणेश देवगम, आंगनबाड़ी सेविका सुषमा प्रधान व वार्ड पार्षद लोगों को कोरोना से बचाव के प्रति लगातार जागरूक कर रहे हैं। पहाड़ के निकट बसा है गांव चारों तरफ हरियाली : कालाझरना गांव पहाड़ से सटा हुआ है। हर तरफ पेड़-पौधे हैं, जिससे लोगों को शुद्ध हवा मिलती है। लोग शुद्ध हवा में सांस ले रहे हैं। शायद यही कारण है कि कोरोना महामारी से गांव के लोग सुरक्षित हैं। काम में व्यस्त लोग बाहर निकलने से कर रहे परहेज : लॉकडाउन के दौरान कालाझरना के लोग मकानों की छावनी करने के काम में व्यस्त हैं। लोग खेतों में हल चला रहे हैं। इससे गांव के लोगों का इम्युन सिस्टम मजबूत हो रहा है। जरूरी काम से घर से बाहर निकलने पर लोग मास्क का उपयोग भी कर रहे हैं। साथ भीड़ का हिस्सा बनने से गांव के लोग परहेज कर रहे हैं। कोरोना महामारी से बचाव के लिए गांव के लोग जागरूक हो चुके हैं। गांव का हर व्यक्ति स्वयं की सुरक्षा के लिए मास्क व सैनिटाइजर का प्रयोग कर अपने परिवार को भी सुरक्षित रखने का प्रयास कर रहा है।

- गणेश देवगम, मुखिया राजनगर पंचायत। कोरोना से गांव को बचाने के लिए सरकारी गाइडलाइन का अनुपालन किया जा रहा है। कोरोना संक्रमण की पहली लहर में कोरोना से बचाव को लेकर ग्रामीण काफी कुछ सीख चुके हैं। इसलिए दूसरी लहर खतरनाक स्तर पर पहुंचने के बाद भी गांव के लोग सुरक्षित हैं। कोरोना महामारी खत्म हो, इसके लिए ग्रामीण ग्राम देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना भी कर रहे हैं।

- डोबरो देवगम, ग्राम मुंडा कालाझरना।

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