चांडिल डैम के जलस्तर में वृद्धि, विस्थापित गांवों में घुसा पानी

पिछले दो-तीन दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से गेतालसुर व कांके डैम के जलस्तर में काफी वृद्धि हुई। शुक्रवार की देर रात चांडिल डैम का जलस्तर 183.20 मीटर तक पहुंच गया..

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 06:00 AM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 06:00 AM (IST)
चांडिल डैम के जलस्तर में वृद्धि, विस्थापित गांवों में घुसा पानी
चांडिल डैम के जलस्तर में वृद्धि, विस्थापित गांवों में घुसा पानी

जागरण संवाददाता, सरायकेला : पिछले दो-तीन दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से गेतालसुर व कांके डैम के जलस्तर में काफी वृद्धि हुई। शुक्रवार की देर रात चांडिल डैम का जलस्तर 183.20 मीटर तक पहुंच गया। इसके बाद रात के अंधेरे में चांडिल डैम का फाटक खोला गया, जिसके कारण डैम किनारे स्थित दर्जनों विस्थापित गांवों में पानी भर गया। डैम का पानी घुसने से ईचागढ़, पातकुम, कालीचामदा, बाबूचामदा, बांदु, कुम्हारी, उदाटांड़, ओड़िया, अण्डा, मैंसाड़ा, बाकसाई, लोप्सोडीह, काड़कीडीह, दुलमी, दयापुर, झापागोड़ा, बनगोड़ा समेत कई गांव जलमग्न हो गए। इस दौरान प्रशासनिक टीम के सहयोग से घर के अंदर फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। विधायक की पहल पर खोले गए चांडिल डैम के 9 रेडियल गेट : डैम का जलस्तर बढ़ने की सूचना ग्रामीणों ने विधायक सविता महतो को दी थी। ग्रामीणों की सूचना पर विधायक तत्काल चांडिल डैम पहुंची और और विभागीय अधिकारियों से बात कर डैम के 9 रेडियल गेट को तीन-तीन मीटर तक खुलवाया। विधायक ने कहा कि आवश्कता पड़ी तो डैम के सभी गेट खोले जाएंगे। राहत कार्य के लिए विभिन्न विस्थापित गावों में मोटर बोट भेजा गया है। पानी में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। इधर, शनिवार की शाम चांडिल डैम के चार गेट को चार मीटर व पांच गेट को 3.5 मीटर तक खोला गया। मौके पर विधायक के साथ चांडिल के अनुमंडल पदाधिकारी रंजीत लोहरा, स्वर्णरेखा परियोजना के मुख्य अभियंता अशोक कुमार दास, सहायक अभियंता संजीव कुमार, डीएसपी संजय कुमार सिंह उपस्थित थे। इस दौरान विधायक ने नीमडीह, ईचागढ़ व कुकड़ू के बीडीओ, सीओ को राहत कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया। साथ ही पानी में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने व उनके खाने पीने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। विधायक ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अपने-अपने क्षेत्र में आम लोगों के साथ संपर्क स्थापित करें और अलर्ट रहें। मौके पर चांडिल के प्रखंड विकास पदाधिकारी मनीष कुमार, अंचलाधिकारी प्रणव अंबष्ठ, झामुमो के केंद्रीय सदस्य गुरुचरण किस्कू, पप्पू वर्मा, काबलु महतो, सुधीर किस्कू, अभय यादव आदि उपस्थित थे। नाव से सामान लेकर सुरक्षित स्थान पर निकल रहे ग्रामीण : ईचागढ़ गांव में चांडिल डैम का पानी घुसने के बाद ग्रामीण अपने-अपने सामान लेकर नाव के सहारे सुरक्षित स्थान के लिए निकल रहे हैं। रात के अंधेरे में डैम का पानी गांव में घुसने से ग्रामीण डरे-सहमे हुए हैं। कुकड़ू प्रखंड मुख्यालय का संपर्क टूटा : चांडिल डैम के जलस्तर में वृद्धि होने से ईचागढ़ व कुकड़ू प्रखंड को जोड़ने वाला मार्ग जलमग्न हो गया है। कुकड़ू प्रखंड मुख्यालय से लोगों का संपर्क टूट गया है। ग्रामीण नाव के सहारे अपने-अपने गंतव्य तक पहुंच रहे हैं। एसडीएम ने किया डूब क्षेत्र का निरीक्षण : चांडिल डैम के जलस्तर में वृद्धि होने के बाद अनुमंडल पदाधिकारी रंजीत कुमार लोहरा ने ईचागढ़ गांव का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से नाव की व्यवस्था की गई है। गांव के अंदर फंसे लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। पीड़ित परिवारों के लिए भोजन की व्यवस्था भी की गई है। मौके पर अंचल अधिकारी भोला शंकर महतो, थाना प्रभारी दिनेश ठाकुर आदि उपस्थित थे। पुलिया के ऊपर पानी बहने से आवागमन बाधित : चांडिल डैम के नौ रेडियल गेट को तीन-तीन मीटर खोलने के बाद चांडिल डैम के नीचे स्थित पुलिया के ऊपर से पानी बहने लगा। एहतियात के तौर पर प्रशासन ने संबंधित पुलिया से हो रहे आवागमन को पूर्णत: बंद कर दिया है। इस कारण लोगों को परेशानी हो रही है। जयदा मंदिर व मेन रोड का संपर्क टूटा : चांडिल डैम का फाटक खोले जाने से स्वर्णरेखा नदी के जलस्तर में भी वृद्धि हो गई है। एनएच-33 से जयदा मंदिर को जोड़ने वाली पुलिया पूरी तरह डूब चुकी है। पुलिया डूबने से जयदा मंदिर से मेन रोड का संपर्क टूट गया है। गांव में पानी घुसने से दुकानदारों का सामान स्वाहा : ईचागढ़ गांव में रात के अंधेरे में चांडिल डैम का पानी घुसने से सैंकड़ों एकड़ खेत जलमग्न हो चुके हैं। राशन डीलर विजय सिंह मुंडा का पीडीएस दुकान में पानी घुसने से दुकान में रखे चावल, गेहूं भी बर्बाद हो गए। वहीं, ईचागढ़ बस्ती में कपड़ा, स्टेशनरी, जूता समेत अन्य दुकान भी जलमग्न हो गए। दुकान के अंदर पानी घुसने से कई सामान नष्ट हो गए। संबंधित लोगों ने प्रशासन से मुआवजा की मांग की है।

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