न्याय नहीं मिला तो आमरण अनशन पर बैठूंगा : मनोज
ऐबे खेला होबे की तर्ज पर मारपीट व दुर्व्यवहार के शिकार हुए सरायकेला नगर पंचायत के उपाध्यक्ष सह भाजपा के जिला कोषाध्यक्ष मनोज कुमार चौधरी ने न्याय की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठने की बात कही है। उन्होंने कहा कि पिछले 12 दिनों से सनातन संस्कृति व आस्था को सर्वोपरि मानते हुए वे अपमान को बर्दाश्त कर रहे थे..
जागरण संवाददाता, सरायकेला : ऐबे खेला होबे की तर्ज पर मारपीट व दुर्व्यवहार के शिकार हुए सरायकेला नगर पंचायत के उपाध्यक्ष सह भाजपा के जिला कोषाध्यक्ष मनोज कुमार चौधरी ने न्याय की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठने की बात कही है। उन्होंने कहा कि पिछले 12 दिनों से सनातन संस्कृति व आस्था को सर्वोपरि मानते हुए वे अपमान को बर्दाश्त कर रहे थे। वे रथयात्रा जैसे पवित्र पूजा-पाठ को प्रभावित नहीं करना चाहते थे। अपने स्वाभिमान की लड़ाई के लिए रथयात्रा की समाप्ति का इंतजार कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संवैधानिक तरीके से अपने मान-सम्मान व स्वाभिमान की रक्षा के लिए अपने शरीर के खून की आखिरी कतरे तक संघर्ष करेंगे। कहा, उनकी चुपी को कमजोरी समझने की भूल न करें। यदि न्याय नहीं मिला तो आमरण अनशन भी करेंगे। ज्ञात हो कि 12 जुलाई की रात जगन्नाथ श्री मंदिर के प्रांगण में जगन्नाथ रथयात्रा को लेकर सेवायतों के साथ चर्चा करने के दौरान पांच युवकों ने मंदिर परिसर में उनके साथ मारपीट की थी। साथ ही उनके साथ दुर्व्यवहार भी किया था। इसके बाद नगर पंचायत उपाध्यक्ष को न्याय दिलाने के लिए भाजपा व भाजपाइयों की ओर से लगातार आवाज बुलंद किया जा रहा है। खरसावां-कुचाई में लाकडाउन का असर, बंद रहा बाजार : वीकेंड लाकडाउन के कारण रविवार को बाजार समेत सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। मेडिकल स्टोर्स, नर्सिंग होम, पैथोलॉजी लैब व पेट्रोल पंप को छोड़ सभी दुकानों में ताले लटके रहे। बेवजह घरों से निकलने पर पाबंदी लगी रही। सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। सड़कों पर आवागमन आम दिनों की अपेक्षा नगण्य रहा। इक्का-दुक्का दो पहिए व चार पहिए वाहनों को छोड़ वाहनों का आवागमन पूर्णत: बंद रहा। जरूरी होने पर ही लोग घरों से बाहर निकले। पुलिस दिनभर गश्त करती रही। खरसावां चांदनी चैक, आमदा पुराना बाजार, आमदा नया बाजार, खरसावां बजारसाई में सन्नाटा पसरा रहा। हालांकि, वैक्सीन लेने जाने वालों को छूट दी गई थी। कुछ लोग सड़कों पर दिखे तो पुलिस ने उन्हें हिदायत देकर घर भेज दिया।