कांड्रा-चौका मार्ग पर पलटा हाइवा, चालक गंभीर
रविवार को कांड्रा-चौका मार्ग पर रोहिणी ढाबा के समीप कोयला लदा हाइवा अनियंत्रित होकर बीच सड़क पर पलट गया। इस दुर्घटना में हाइवा चालक गुरुपदो सिंह सरदार गंभीर रूप से जख्मी हो गया। घायल चालक को एंबुलेंस से सदर अस्पताल सरायकेला पहुंचाया गया..
जागरण संवाददाता, सरायकेला : रविवार को कांड्रा-चौका मार्ग पर रोहिणी ढाबा के समीप कोयला लदा हाइवा अनियंत्रित होकर बीच सड़क पर पलट गया। इस दुर्घटना में हाइवा चालक गुरुपदो सिंह सरदार गंभीर रूप से जख्मी हो गया। घायल चालक को एंबुलेंस से सदर अस्पताल सरायकेला पहुंचाया गया। चिकित्सकों ने प्राथमिक इलाज करने के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए एमजीएम जमशेदपुर रेफर कर दिया। हाइवा पलटने के बाद कुछ देर तक कांड्रा-चौका मार्ग पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। बताया जा रहा है कि दुर्घटनाग्रस्त हाइवा चांडिल रेलवे साइडिग से कोयला लेकर कांड्रा स्थित आधुनिक पावर प्लांट जा रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हाइवा की गति काफी तेज थी। साथ ही हाइवा पर ओवरलोड कोयला लदा था। सूचना मिलते ही कांड्रा थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और दुर्घटनाग्रस्त हाइवा को सड़क मार्ग से हटवाया। उसके बाद कांड्रा-चौका मार्ग वाहनों का आवागमन सामान्य हुआ। दस दिन बाद शुरू हुई कांड्रा में शुरू हुई पेयजलापूर्ति : लगभग 10 दिनों के बाद रविवार से कांड्रा समेत आसपास के क्षेत्रों में जलापूर्ति शुरू हुई। ज्ञात हो कि 10 दिन पूर्व शार्ट सर्किट से स्वर्णरेखा नदी स्थित पंप हाउस का एक मोटर जल गया था। स्टैंडबाई में रखा दूसरा मोटर भी खराब था। ऐसे में जलापूर्ति पूरी तरह ठप हो गई थी। स्थानीय लोगों ने बताया कि मोटर जलने के बाद विभागीय अधिकारियों ने इसे दुरुस्त कराने में ततपरता नहीं दिखाई। नतीजतन मोटर जलने के पांच दिन बाद उसे दुरुस्त करने के लिए भेजा गया। इधर, जलापूर्ति व्यवस्था शुरू होते ही लोगों के चेहरे पर रौनक लौट आई।