बगैर सेवा संपुष्टि वाले शिक्षक बन गए प्रधानाध्यापक

सरायकेला-खरसावां जिला शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों को उच्च व उत्क्रमित उच्च विद्यालय में प्रभारी प्रधानाध्यापक बनाए जाने को लेकर घोर अनियमितता बरती गयी है। जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय से वर्ष 2019 में नियुक्त शिक्षक शिक्षिकाओं जिनका सेवा संपुष्टि भी नही हुई है और उनकी सेवा पुस्तिका भी नहीं खुली है लेकिन उन्हें स्कूलो का प्रभारी प्रधानाध्यापक बना दिया गया है। विभाग द्वारा जारी इस सूची के विरोध में शिक्षक गोलबंद होने लगे है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 06:00 AM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 06:00 AM (IST)
बगैर सेवा संपुष्टि वाले शिक्षक बन गए प्रधानाध्यापक
बगैर सेवा संपुष्टि वाले शिक्षक बन गए प्रधानाध्यापक

जागरण संवाददाता, सरायकेला : सरायकेला-खरसावां जिला शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों को उच्च व उत्क्रमित उच्च विद्यालय में प्रभारी प्रधानाध्यापक बनाए जाने को लेकर घोर अनियमितता बरती गयी है। जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय से वर्ष 2019 में नियुक्त शिक्षक शिक्षिकाओं जिनका सेवा संपुष्टि भी नही हुई है और उनकी सेवा पुस्तिका भी नहीं खुली है लेकिन उन्हें स्कूलो का प्रभारी प्रधानाध्यापक बना दिया गया है। विभाग द्वारा जारी इस सूची के विरोध में शिक्षक गोलबंद होने लगे है।

जिले के विभिन्न कोटि के 82 उच्च विद्यालयों में शिक्षको को प्रभारी प्राधानाध्यापक बनाने को लेकर विभाग ने नियमो की अनदेखी की है। शिक्षकों ने बताया कि विभाग द्वारा स्कूलो के प्रभार निर्धारण करने में विभागीय निर्देश व मापदंडो का भी अनुपालन नहीं किया गया है। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव के निर्देश पर निर्धारित मापदंडों के अनुसार विद्यालयवार वरीयता सूची निर्धारित की जानी थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। नियमाअनुसार पांच वर्ष से अधिक सेवा का अनुभव रखने वाले शिक्षकों को ही प्रभारी प्रधानाध्यापक बनाया जा सकता है लेकिन जिला शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों के प्रभारी प्राधानाध्यापक को लेकर जो सूची जारी की गयी है उनमें अधिकांश स्कूलो में वर्ष 2019 में नियुक्त शिक्षकों को विद्यालय का प्रभारी बना दिया गया है जिनका सेवा महज दो से तीन साल की है, जिन्हें विद्यालय संचालन की पूर्ण जानकारी भी नही है ऐसे में विभागीय आदेश व नियमो को दरकिनार कर उन्हें प्रभारी प्रधानाध्यापक कैसे बनाया गया यह जांच का विषय है। सबसे बड़ी बात यह है कि 2019 में नियुक्त शिक्षको का सेवा संपुष्टि भी नही हुई और उनका सेवा पुस्तिका भी नही खुला है। बगैर सेवा संपुष्टि के शिक्षको को प्रधानाध्याक बनाया जाना समझ से परे है। -उच्च व उत्क्रमित स्कूलो में शिक्षको को प्रभारी प्रधानाध्यापक बनाए जाने को लेकर जारी सूची में गलती हुई है। इसमें सुधार किया जाएगा।

सच्चिदानंद तिग्गा, जिला शिक्षा पदाधिकारी।

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