पूर्व विधायक रामकृष्ण तारक मठ के जीर्णोद्धार में करेंगे सहयोग

पूर्व विधायक मंगल सिंह सोय ने गुरुवार को खरसावां के रामकृष्ण तारक मठ के सदस्यों से मुलाकात की। मठ के सदस्यों ने उन्हें बताया कि खरसावां के तलसाही में श्री श्री राम कृष्णा तारक मठ की स्थापना देश की आजादी से पूर्व 1941 में हुई थी..

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 06:30 AM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 06:30 AM (IST)
पूर्व विधायक रामकृष्ण तारक मठ के जीर्णोद्धार में करेंगे सहयोग
पूर्व विधायक रामकृष्ण तारक मठ के जीर्णोद्धार में करेंगे सहयोग

संवाद सूत्र, खरसावां : पूर्व विधायक मंगल सिंह सोय ने गुरुवार को खरसावां के रामकृष्ण तारक मठ के सदस्यों से मुलाकात की। मठ के सदस्यों ने उन्हें बताया कि खरसावां के तलसाही में श्री श्री राम कृष्णा तारक मठ की स्थापना देश की आजादी से पूर्व 1941 में हुई थी। समय के साथ-साथ अब मठ के अधिकांश भवन जर्जर हो चुके हैं। इसके जीर्णोद्धार कराने की आवश्यकता है। मठ के सदस्यों ने पूर्व विधायक को आश्रम के विभिन्न भवनों की जर्जर स्थिति को दिखाते हुए आश्रम का जीर्णोद्धार कराने पर चर्चा की। पूर्व विधायक ने कहा की जल्द ही समाज के सभी लोगों के साथ बैठक कर आपसी सहयोग के माध्यम से जीर्णोद्धार करने पर विचार-विमर्श किया जाएगा। उन्होंने इन पुनीत कार्य में अपने स्तर से हरसंभव सहयोग करने का भरोसा दिया। इस दौरान आश्रम के महाराज लम्बू बाबा, सुमंत चंद्र महंती, नयन नायक, सम्बो रावत, भीमसेन चौधरी, जीवना नंद पानी, कृष्णा पति, रवि कुंवर आदि उपस्थित थे। राजनगर पंचायत सचिवालय तक जाने वाली सड़क कीचड़ में तब्दील : प्रखंड मुख्यालय से सटे राजनगर पंचायत भवन तक जाने वाली सड़क बारिश के करण कीचड़ में तब्दील हो गई है। इस मार्ग पर आवागमन करने में लोगों को काफी परेशानी हो रही है। राजनगर पंचायत सचिवालय तक लोगों को कीचड़ से होकर गुजरना पड़ रहा है। साइकिल और मोटरसाइकिल से आवागमन करने वाले लोग प्रतिदिन फिसल कर कीचड़ में गिर रहे हैं। इस मार्ग पर लगभग दो सौ फीट की दूरी तक सड़क को पीसीसी नहीं किया गया है। पंचायत सचिवालय तक पहुंचने के लिए लगभग दो सौ फीट पीसीसी सड़क की आवश्यकता थी। अब तक दो बार पंचायत चुनाव भी हुए, परंतु पंचायत क्षेत्र के मुखिया अपने कार्यकाल में दो सौ फीट पीसीसी सड़क का निर्माण नहीं करा पाए। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग का कार्यालय भी इसी मार्ग से होकर जाना पड़ता है।

chat bot
आपका साथी