वन विभाग ने जिला कार्यालय को सौंपी ईको सेंसेटिव जोन में अतिक्रमण की रिपोर्ट

केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के निर्देश पर वन विभाग के अधिकारियों ने सोमवार को जिला कार्यालय को दलमा वन्य आश्रयणी में घोषित ईको सेंसेटिव जोन में किए जा रहे अतिक्रमण व गगनचुंबी इमारतों के निर्माण की रिपोर्ट सौंप दी है..

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 07:10 AM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 07:10 AM (IST)
वन विभाग ने जिला कार्यालय को सौंपी ईको सेंसेटिव जोन में अतिक्रमण की रिपोर्ट
वन विभाग ने जिला कार्यालय को सौंपी ईको सेंसेटिव जोन में अतिक्रमण की रिपोर्ट

जागरण संवाददाता, सरायकेला : केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के निर्देश पर वन विभाग के अधिकारियों ने सोमवार को जिला कार्यालय को दलमा वन्य आश्रयणी में घोषित ईको सेंसेटिव जोन में किए जा रहे अतिक्रमण व गगनचुंबी इमारतों के निर्माण की रिपोर्ट सौंप दी है। ज्ञात हो कि 11 जनवरी को दिशा की बैठक में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने इस मामले में वन विभाग के अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी थी। वन विभाग के अधिकारियों ने रिपोर्ट में चांडिल वन प्रक्षेत्र स्थित इको सेंसेटिव जोन में वन भूमि व गैर वन भूमि में किए गए निर्माण कार्य और पूर्व से निर्मित कार्यों की सूची उपलब्ध कराई है। हालांकि जिला कार्यालय को इस मामले में रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद भी झारखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड जमशेदपुर के क्षेत्रीय पदाधिकारी व अंचलाधिकारी चांडिल के रिपोर्ट का इंतजार है। अपर उपायुक्त सुबोध कुमार ने झारखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड जमशेदपुर के क्षेत्रीय पदाधिकारी व अंचलाधिकारी चांडिल को एक सप्ताह के अंदर इस मामले में रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। चांडिल वन प्रक्षेत्र के इन मौजा में है अतिक्रमण

- आसनबनी : गैर वन भूमि में भूतनाथ होटल, रंजन सिंह का काला ईट भट्ठा, जेके टायर सुपर सोनिक लॉजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड, पंजाब होटल, द वेव इंटरनेशनल होटल, एमबीएनएस इंस्टीट्यूट, हिल व्यू होटल एंड रिसोर्ट, अशोक लीलैंड सर्विस सेंटर व बोन फैक्ट्री, वन भूमि में खटाल।

- रामगढ़ : गैर वन भूमि में एस दयाल कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड, भोला सिंह का क्रेसर व दीपक इंटरप्राइजेज।

- कांदरबेड़ा : गैर वन भूमि में सिल्वर सैंड रिजॉर्ट व वरुण दे का क्रसर।

- शहरबेड़ा : गैर वन भूमि में क्रसर, उदय शंकर सिंह, पप्पू सिंह व राजकुमार विश्वास का ईट भट्ठा।

- चिलग : गैर वन भूमि में विजय सिंह, उदय सिह, उत्तम माल, सनातन महतो व संजय गोराई का अलग-अलग क्रसर।

- कारनडीह : टोला भुइयांडीह गैर वन भूमि पर गैलेक्सी कंपनी लिमिटेड, आरईपीएल प्राइवेट इंडस्ट्री, फरीद खान, ओम लायेक, घासीराम लायेक, राजू मंडल, कृपाकर महतो, आनंद घोष, गुरचरण प्रामाणिक, जुलू मंडल, दुर्योधन गोप व शंभू कुमार का अलग-अलग क्रसर।

- पुडीसीली : गैर वन भूमि पर पालू बाबू का लक्ष्मी का ईट भट्ठा व कैलाश सिंह का केएसएस ईंट भट्ठा।

- डोबो : गैर वन भूमि पर पप्पू सिंह का वीआइपी ईंट भट्ठा व रिवईेरा कंस्ट्रक्शन हाउसिग एंड अपार्टमेंट।

- भादूडीह : गैर वन भूमि पर पंकज मंडल, धीरेन महतो, पटल मंडल, हरेलाल महतो व गणेश गोराई का क्रेसर व दयाल महतो का क्रसर के साथ स्टोन खनन।

- बड़ालाखा : अरुण टूडू का क्रसर।

- मानीकुई : गैर वन भूमि पर ओम मेटल इंडस्ट्रीज, क्रिस्टल थर्मोटिक प्राइवेट लिमिटेड व हरेलाल महतो का ईट भट्ठा।

- रुदिया चांडिल : गैर वन भूमि पर प्रभात कुमार, संजय गोराई, अशोक कुमार, राजू, मंगल टुडू, प्रभात ठाकुर, दीपक कुमार व एक अन्य का अलग-अलग ईंट भट्ठा।

- कटिया : गैर वन भूमि पर हरे लाल महतो, कालाराम व एक अन्य का ईट भट्ठा और तीन क्रसर।

- शहरबेड़ा : गैर वन भूमि पर डालूराम महतो, उज्जवल महतो व विशाल कुंडू का ईट भट्ठा व वन भूमि पर महतो होटल।

- घोड़ालिग : प्रदीप जायसवाल, अंगद, दिलीप पाल, मिश्रा, मनोज राय, पदो महतो, धर्मू महतो, मिट्ठू महतो, जगन्नाथ महतो, दिनेश महतो, लाल प्रकाश महतो, राकेश महतो, बावला महतो, बुधराम, गोलक माझी, वीरेन महतो, लेढु महतो, कुंभ महतो व एक अन्य का ईंट भट्ठा व चांडिल इंडस्ट्रीज लिमिटेड।

- गांगुडीह : शंभू पसारी का पसारी स्टील कंपनी।

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