मानसून की बारिश के साथ कृषि कार्य में जुटे किसान

प्रखंड में पिछले दो दिनों से हो रही मानसून की बारिश के साथ कृषि कार्य में तेजी आ गई है। किसान अपने-अपने खेतों में ट्रैक्टर व हल-बैल के माध्यम से रोपाई के लिए खेतों को तैयार करने में जुट गए हैं..

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 06:00 AM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 06:00 AM (IST)
मानसून की बारिश के साथ कृषि कार्य में जुटे किसान
मानसून की बारिश के साथ कृषि कार्य में जुटे किसान

संवाद सूत्र, खरसावां : प्रखंड में पिछले दो दिनों से हो रही मानसून की बारिश के साथ कृषि कार्य में तेजी आ गई है। किसान अपने-अपने खेतों में ट्रैक्टर व हल-बैल के माध्यम से रोपाई के लिए खेतों को तैयार करने में जुट गए हैं। लगातार हो रही बारिश से किसानों में खुशी है। बारिश से खेत पानी से लबालब हैं। बारिश से नदियों के जलस्तर में भी वृद्धि हुई है।

इधर, पिछले दो दिनों से हो रही बारिश से खरसावां में कई जगहों पर जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। कई जगहों पर नालों का दूषित पानी सड़क पर बह रहा है। इसके अलावा खरसावां स्थित चांदनी चौक के समीप सरकारी मार्केट कापलेक्स के सामने जलजमाव की स्थिति से लोग परेशान हैं। कई दुकानों में बारिश का पानी घुस चुका है। मानसून की पहली बारिश ने खरसावां में ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोल दी है। ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क पर बने गड्ढे भी पानी से भर चुके हैं, इससे राहगीरों को आवागमन करने में काफी परेशानी हो रही है। बारिश से सड़कें वीरान, जनजीवन अस्त-व्यस्त : गुरुवार की सुबह से ही सरायकेला समेत आसपास के क्षेत्रों में हो रही लागातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो। वाहनों का आवागमन कम होने से सड़कें भी वीरान हैं। बाजारों में भी सन्नाटा पसरा रहा। लगातार हो रही बारिश से क्षेत्र के सभी जलाशय पानी से लबालब हो चुके हैं। सरायकेला पंचायत के कई मोहल्लों में जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने से लोगों के घरों में बारिश का पानी घुस गया। वहीं दूसरी ओर, ग्रामीण क्षेत्रों की अधिकांश सड़कें कीचड़ में तब्दील हो गई हैं। इन सड़कों पर पैदल आवागमन करने में भी राहगीरों को परेशानी हो रही है। बारिश के कारण क्षेत्र में बिजली की आंखमिचौली से भी लोग परेशान हैं। अनियमित विद्युत आपूर्ति से पेयजलापूर्ति की व्यवस्था भी चरमरा गई है। कांड्रा मुख्य मार्ग स्थित हाट परिसर में दूषित पानी से जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में कई मकान बारिश से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। लगातार हो रही बारिश का असर दिहाड़ी मजदूरों पर भी पड़ा है। लगभग सभी प्रकार के निर्माण संबंधी कार्य बंद हैं। हालांकि बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। किसान खेती में जुट गए हैं। पिछले एक पखवाड़े से क्षेत्र में बारिश नहीं हुई थी। इस कारण किसान चिंतित थे।

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