वीएल्डब्ल्यू खानापूर्ति न करें, सप्ताह में दिन गांवों में जाएं : विजय कुजूर

बुधवार को जिला कृषि विभाग की ओर से आत्मा कार्यालय में जिला स्तरीय खरीफ कर्मशाला का आयोजन किया गया। इस अंवसर पर जिला कृषि पदाधिकारी विजय कुजूर ने कर्मशाला का शुभांरभ किया..

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 07:30 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 07:30 AM (IST)
वीएल्डब्ल्यू खानापूर्ति न करें, सप्ताह में दिन गांवों में जाएं : विजय कुजूर
वीएल्डब्ल्यू खानापूर्ति न करें, सप्ताह में दिन गांवों में जाएं : विजय कुजूर

जागरण संवाददाता, सरायकेला : बुधवार को जिला कृषि विभाग की ओर से आत्मा कार्यालय में जिला स्तरीय खरीफ कर्मशाला का आयोजन किया गया। इस अंवसर पर जिला कृषि पदाधिकारी विजय कुजूर ने कर्मशाला का शुभांरभ किया। इसके बाद जिला कृषि पदाधिकारी सह आत्मा के परियोजना निदेशक विजय कुजूर ने ने उपस्थित लोगों को खरीफ कर्मशाला की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिला व प्रखंड में कार्यरत सभी पदाधिकारियों व प्रसार कर्मियों को खरीफ फसल के आच्छादन के लक्ष्य से अवगत कराना व कृषि विशेषज्ञों के तकनीकी मार्गदर्शन में किसानों को कृषि प्रक्षेत्र में विकसित नवीनतम तकनीकों, अवधारणाओं व पद्धतियों की जानकारी देने के उद्देश्य से राज्य, जिला व प्रखंड स्तर पर कर्मशाला का आयोजन किया जाता है। कार्यशाला के माध्यम से प्रखंड स्तर पर कार्यरत प्रखंड कृषि पदाधिकारी, प्रखंड तकनीकी प्रबंधक, सहायक तकनीकी प्रबंधक, जनसेवक, कृषक मित्र, प्रगतिशील किसानों को समेकित कृषि पद्धति की नवीन तकनीक व विधियों से संबंधित जानकारी दी जाती है।

उन्होंने कहा कि प्रखंड में कार्यरत प्रखंड कृषि पदाधिकारी, प्रखंड तकनीकी प्रबंधक, सहायक तकनीकी प्रबंधक, जनसेवक व कृषक मित्र का अहम योगदान होता है। उन्होंने प्रखंड कृषि पदाधिकारी व जनसेवकों को मन लगाकर काम करने की नसीहत दी। कहा कि वीएलडब्ल्यू प्रखंड में बैठ कर सिर्फ खानापूर्ति न करें, बल्कि व्यक्तिगत अभिरूचि लेकर काम करें। सप्ताह में कम से कम दो दिन गांवों में जाएं। किसानों से मिलें, उनसे बात करें। किसान चौपाल व गोष्ठी का आयोजन कर किसानों को सरकार की लाभकारी योजनाओं की जाकारी दें। कार्यशाला के तकनीकी सत्र में उपस्थित जिला के संबंद्ध विभाग के पदाधिकारियों ने अपने-अपने विभाग की योजनाओं की जानकारी दी। विजय कुजूर ने बताया कि जिले में 1 लाख हेक्टेयर भूमि में धान की खेती का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें से अब तक 54 फीसद धान की रोपाई की गई है। 46 फीसद धान की रोपाई एक सप्ताह में पूरी हो जाएगी। उन्होंने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभुकों को किसान क्रेडिट कार्ड का लाभ दिए जाने के लिए 2 दिनों के अंदर लक्ष्य प्राप्त करने का निर्देश दिया। कृषि विज्ञान के वैज्ञानिकों की ओर से खरीफ मौसम में की जा रही खेती की समस्याओं के निदान की जानकारी प्रदान की गई। जिला कृषि पदाधिकारी, परियोजना निदेशक आत्मा, सरायकेला कृषि विभाग, व राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना के तहत किए जा रहे कार्यों व लक्ष्य की प्राप्ति के लिए निर्देश दिया गया। कार्यशाला में 157 किसान उपस्थित थे।

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