द्वितीय राजाभाषा का दर्जा मिलने के बावजूद ओडि़या को सम्मान नहीं
ओडिया भाषा के विकास संरक्षण समेत विभिन्न ज्वलंत समस्याओं के समाधान को लेकर ओड़िया समाज ने मंगलवार को सरायकेला जिला मुख्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन किया। मुख्य अतिथि के रूप में राज्य अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अशोक षाडंगी पूर्व विधायक गुरुचरण नायक पूर्व मंत्री बडकुंवर गागराई नगर अध्यक्ष मिनाक्षी पट्टनायक व गणेश माहली सहित अन्य उपस्थित थे।
जागरण संवाददाता, सरायकेला : ओडिया भाषा के विकास, संरक्षण समेत विभिन्न ज्वलंत समस्याओं के समाधान को लेकर ओड़िया समाज ने मंगलवार को सरायकेला जिला मुख्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन किया। मुख्य अतिथि के रूप में राज्य अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अशोक षाडंगी, पूर्व विधायक गुरुचरण नायक, पूर्व मंत्री बडकुंवर गागराई, नगर अध्यक्ष मिनाक्षी पट्टनायक व गणेश माहली सहित अन्य उपस्थित थे।
अशोक षाडंगी ने कहा कि अपनी भाषा संस्कृति के संरक्षण के लिए सभी ओडि़या भाषा भाषी एक मंच पर एकजूट हों, इसी से ही हमारी पहचान है। हमारी पहचान ही मिट जाएगी तो अस्तित्व खत्म हो जाएगा। उन्होंने कहा ओडिया समाज का 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल जल्द ही राज्यपाल से मिलकर संबंधित विषय पर वार्ता करेगी। उन्होंने कहा वर्ष 2009 में ओड़िया, बांग्ला समेत नौ जनजाति भाषाओं को राज्य के द्वितीय राजभाषा का दर्जा मिला था। लेकिन, आज तक ओडि़या भाषी जनता को उनका हक नहीं मिला। यहां तक की ओड़िया भाषी बच्चे अपने मौलिक अधिकार मातृभाषा में पढ़ाई करने से भी वंचित हो रहे है। सरकारी स्तर पर ओडि़या भाषा की लगातार उपेक्षा की जा रही है। उन्होंने समाज के लोगों को एकजुट होने का आह्वान करते हुए कहा कि भाषा संस्कृति को लेकर समाज का यह आंदोलन शुरू हुआ है। आगे पश्चिम सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम जिला मुख्यालय के समक्ष भी धरना प्रदर्शन किया जाएगा। धरना प्रदर्शन को पूर्व मंत्री बड़कुंवर गागराई, पूर्व विधायक गुरुचरण नायक, नगर पंचायत के अध्यक्ष मीनाक्षी पटनायक, राजा सिंहदेव, गणेश माहली, उदय सिंहदेव, अभिषेक आचार्य व सरोज प्रधान ने भी संबोधित किया। धरना के पश्चात 18 सूत्री मांगों को लेकर ओडिया समाज ने राज्यपाल के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा। धरना प्रदर्शन में नगर पंचायत उपाध्यक्ष मनोज चौधरी, सुशील षाड़ंगी, सरोज प्रधान, हरीश चंद्र आचार्य, बद्री नारायण दारोगा, राजा ज्योतिषी, तरुण मोहंती व मनोरंजन गिरी समेत सरायकेला-खरसावां, पश्चिमी व पूर्वी सिंहभूम जिले के ओड़िया समुदाय के सैकडो़ लोग उपस्थित थे।
ओडिया समाज की मांगें : अविभाजीत सिंहभूम के शहीद स्वतंत्रता सेनानियों की प्रतिमूर्ति अलग अलग स्थानों पर स्थापित करने, केएस कालेज सरायकेला, कापरेटिव कालेज जमशेदपुर व जेएलएन कालेज चक्रधरपुर में ओड़िया में स्नातकोत्तर विभाग खोलने, माडल महिला कालेज खरसावां में ओड़िया भाषा की पढ़ाई के लिये नामांकन करने व घाटशिला कालेज में ओड़िया विभाग खोलने के साथ साथ अध्यापकों की नियुक्ति करने, केयू के विभिन्न कालेजों में ओड़िया अध्यापकों के खाली पदों को भरने, सिंहभूम के सभी ओड़िया बहुल क्षेत्रों के स्कूलों में ओड़िया शिक्षकों की पदस्थापना करने, बच्चों के लिये ओड़िया पुस्तकों की व्यवस्था करने सहित अन्य मांगें शामिल हैं।