मां आकर्षिणी शक्त पीठ में वार्षिक जंताल पूजा आज

मां आकर्षिणी शक्त पीठ में मंगलवार को वार्षिक धुलिया जंताल पूजा का आयोजन होगा। इस पूजा का आयोजन अच्छी बारिश व अच्छी फसल के लिए की जाती है..

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 09:30 AM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 09:30 AM (IST)
मां आकर्षिणी शक्त पीठ में वार्षिक जंताल पूजा आज
मां आकर्षिणी शक्त पीठ में वार्षिक जंताल पूजा आज

संवाद सूत्र, खरसावां : मां आकर्षिणी शक्त पीठ में मंगलवार को वार्षिक धुलिया जंताल पूजा का आयोजन होगा। इस पूजा का आयोजन अच्छी बारिश व अच्छी फसल के लिए की जाती है। वार्षिक जंताल पूजा की तैयारी पूरी कर ली गई है। ऐसी मान्यता है कि पूजा के बाद मां आकर्षिणी प्रसन्न होती हैं और बारिश के साथ साथ अच्छी फसल होती है। आकर्षिणी माता शक्त पीठ पर भूमिज समुदाय के दिउरी (पुजारी) पूजा-अर्चना करते हैं। अमूमन इस पूजा में लोग बड़ी संख्या में जुटते हैं। परंतु कोरोना संक्रमण को लेकर राज्य सरकार की ओर से जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पालन कर शारीरिक दूरी के साथ पूजा-अर्चना की जाएगी। ऐसी मान्यता है कि धुलिया जंताल पूजा का आयोजन राजा-राजवाड़े के जमाने से ही होता आ रहा है। इस पूजा का आयोजन राज परिवार की ओर से किया जाता था। देश की आजादी के बाद तत्कालीन राजा व सरकार के बीच मर्जर एग्रीमेट हुआ था। अब इस पूजा का आयोजन राज्य सरकार के अंचल विभाग की ओर से किया जाता है। जंताल पूजा के लिए सरकारी फंड से लगभग 18 हजार की राशि खर्च होगी। मां आकर्षिणी शक्त पीठ चिलकु (बंदिराम) स्थित रमणीक पहाड़ी की चोटी पर स्थापित है। इस स्थल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। सरकार की ओर से विकास कार्यो के लिए कई योजनाएं प्रदान की गई हैं। यहां पहाड़ी पर चढ़ने के लिए सीढ़ी का निर्माण व विद्युतीकरण की व्यवस्था की जा चुकी है। सावन की दूसरी सोमवारी पर शिवालयों में की पूजा-अर्चना : सावन की दूसरी सोमवारी पर खरसावां-कुचाई के शिवालयों में भगवान शिव की पूजा-अर्चना की गई। श्रद्धालुओं ने शारीरिक दूरी के साथ मंदिरों में पूजा-अर्चना कर जलाभिषेक व रुद्राभिषेक किया। खरसावां के बाजारसाही, हरिभंजा, रामगढ़, आमदा, खेजुरदा, बांबो, कुचाई के तोडांगडीह, कुचाई, मुंडादेव, जोजोहातु आदि के शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की। श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक करने के साथ-साथ प्रसाद भी चढ़ाया।

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