बरहड़वा कुशवाहा टोला में 44 साल से हो रही पूजा

शंकर लाल घोष कोटालपोखर बरहड़वा के कुशवाहा टोला में विगत 44 वर्षों से मां की पूज

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Oct 2021 07:11 PM (IST) Updated:Mon, 11 Oct 2021 07:11 PM (IST)
बरहड़वा कुशवाहा टोला में 44 साल से हो रही पूजा
बरहड़वा कुशवाहा टोला में 44 साल से हो रही पूजा

शंकर लाल घोष, कोटालपोखर : बरहड़वा के कुशवाहा टोला में विगत 44 वर्षों से मां की पूजा अर्चना की जा रही है। यहां सच्ची भक्ति और श्रद्धापूर्वक मां भगवती देवी दुर्गा की पूजा करने से भक्तों की मनोकामना पूरी होती है। कुशवाहा टोला में वर्ष 1977 में विशेश्वर महतो, धीरेन महतो गणेश महतो और स्व0 तपेश महतो की अगुवाई में ग्रामीणों की सहयोग से मां दुर्गा की पूजा शुरू की गई थी। शुरू में पूजा कमेटी द्वारा छोटी सी झोपड़ी में श्रद्धा और भक्ति भाव से मां की प्रतिमा स्थापित कर पूजा की जाती थी। समय के साथ मां के प्रति भक्तों की भक्ति और श्रद्धा बढ़ती गई और धीरे-धीरे ग्रामीणों की सहयोग से भव्य मंदिर का निर्माण कराया गया है। अब पूजा कमेटी द्वारा हर वर्ष भव्य पूजा पंडाल व आकर्षक साज सज्जा की जाती है। कुशवाहा टोला दुर्गा मंदिर बरहड़वा रेलवे स्टेशन से महज ही कुछ ही दूरी पर अवस्थित है। पूजा में कमेटी के साथ ग्रामीणों का पूरा सहयोग रहता है। हालांकि दो वर्षों से कोरोना की वजह से पूजा साधारण तरीके से की जा रही है।

क्या कहते हैं पूजा कमेटी के अध्यक्ष : अध्यक्ष धीरेन प्रसाद महतो ने बताया कि यहां पहली बार 1977 में मां दुर्गा की स्थापना कर मां दुर्गा की पूजा शुरू की गई थी। तब से हर साल पूजा की जा रही है। यहां भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती है। वर्तमान पूजा कमिटी में उपाध्यक्ष देवाशीष कुशवाहा, महासचिव निलेश कुशवाहा, कोषाध्यक्ष कमल प्रसाद महतो, सह कोषाध्यक्ष राजेश कुमार, सुमित गुप्ता, पूजा प्रभारी मुकेश बाबा सहित अन्य सदस्यों की सहयोग से पूजा की जाती है। यहां पश्चिम बंगाल के सिउड़ी के बंगाली पंडित रोहित बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा बंगाली विधि विधान से पूजा की जाती है। उन्होंने कहा कि कुशवाहा टोला में पूजा शुरू करने वाले भक्तों का आज भी मार्गदर्शन मिलते रहता है तथा वे लोगों में मां के दरबार में पूजा के समय आकर मां का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

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