पहाड़ों पर बसे गांवा में डायन प्रथा हावी
डायन प्रथा उन्मूलन व वनों की सुरक्षा को लेकर पुलिस व वन कर्मियों ने बुधवार को सयुंक्त रूप से पहाड़ी क्षेत्र के गांवों में जागरूकता अभियान चलाया।
संवाद सहयोगी, तालझारी (साहिबगंज): डायन प्रथा उन्मूलन व वनों की सुरक्षा को लेकर पुलिस व वन कर्मियों ने बुधवार को सयुंक्त रूप से पहाड़ी क्षेत्र के गांवों में जागरूकता अभियान चलाया।
थाना प्रभारी कैलाश कुमार ने बताया कि पहाड़ी क्षेत्रों में बसे लोगों में डायन प्रथा ज्यादा प्रचलित है। चगड़ो पहाड़, टूटी पहाड़, फुल जोड़ी, दरकल्ला, बेहड़ा झिगानी मंडे पहाड़ सहित गांवों के ग्रामीणों को डायन प्रथा, बाल विवाह एवं वन सुरक्षा के बारे में बताया गया। किसी प्रकार का कोई भयभीत ना हो और कोई भी डायन करके किसी को प्रताड़ित ना करें। अक्सर पहाड़ों में यह देखा जाता है कि लोग डायन कह कर प्रताड़ित करते हुए उनकी हत्या भी कर देता है। इसीलिए ऐसा ना करें डायन अंधविश्वास है। इस पर ध्यान नहीं दे और अगर कोई समस्या है तो पुलिस को सूचना दें। साथ ही वन की सुरक्षा आपको करना है। इसीलिए लकड़ी की सुरक्षा करें। पेड़ को काटने न दें। अगर पेड़ कोई काटता है तो उसकी सूचना वन विभाग या थाना को दें। आप लोग कानून को अपने हाथ में ना लेकर पुलिस को इसकी सूचना दें। इस दौरान बिमल कुमार सिह, तसलीम रजा वन विभाग के वन रक्षी सुनील कुमार, अमृत कुमार आदि मौजूद थे।