टीका लिया था इसलिए नहीं हुई परेशानी

डॉ. प्रणेश साहिबगंज पिछले साल कोविड-19 के सामने आने के बाद इससे बचाव के लिए लोग दिन-र

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 05:25 PM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 05:25 PM (IST)
टीका लिया था इसलिए नहीं हुई परेशानी
टीका लिया था इसलिए नहीं हुई परेशानी

डॉ. प्रणेश, साहिबगंज : पिछले साल कोविड-19 के सामने आने के बाद इससे बचाव के लिए लोग दिन-रात दवा के इंतजार में थे, लेकिन जब कोरोनारोधी टीका आ गया तो लोग लगवाने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। इस वजह से जिले में टीकाकरण की रफ्तार काफी कम है। लोगों में इसके प्रति कई भ्रांतियां हैं, मगर टीका लेने वाले इसे गलत मानते हैं। टीके की दोनों डोज लेने वालों का कहना है कि वे संक्रमित तो जरूर हुए पर किसी प्रकार की परेशानी नहीं हुई और वे जल्द ठीक हो गए। हम आज पुलिस अधीक्षक अनुरंजन किस्पोट्टा के बारे में जानकारी देंगे।

पुलिस अधीक्षक अनुरंजन किस्पोट्टा ने फ्रंटलाइनर के लिए टीकाकरण की शुरुआत होने पर एक फरवरी 2021 को पहली डोज ली। करीब एक माह बाद यानी दो मार्च को दूसरी डोज भी ली। 22 मार्च को उन्हें कोरोना के सर्दी-बुखार जैसे लक्षण आने लगे। बहुत ज्यादा परेशानी नहीं थी इसलिए सर्दी-बुखार की सामान्य दवा ली। इस बीच वे अपना कार्यालय संबंधी कार्य भी करते रहे। सर्दी-बुखार ठीक नहीं होने पर एक अप्रैल को कोरोना की जांच कराई तो वह संक्रमित पाए गए। इसके बाद अवकाश पर चले गए और घर में ही आइसोलेट हो गए। कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए स्वजनों से मिलना जुलना छोड़ दिया। अपना सभी कार्य स्वयं करते थे। स्वजन केवल खाना दे देते थे। इस दौरान विटामिन सी, जिक, पारासीटामोल आदि लेते रहे। योगा आदि भी नियमित करते रहे। कभी कोई परेशानी नहीं हुई। 10 अप्रैल को पुन: जांच कराई जिसमें वह निगेटिव थे। 11 अप्रैल को उन्होंने पुन: ड्यूटी ज्वाइन कर ली।

एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा कहते हैं कि टीकाकरण की वजह से ही उन्हें किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं हुई। जल्द रिकवर कर गया। अगर टीका नहीं लगवाया होता तो यह संभव नहीं होता। इसलिए लोगों को टीकाकरण जरूर कराना चाहिए। सरकार आम लोगों को कोरोना से बचाने के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है। टीका नहीं लेने से मृत्युदर ज्यादा हो रही है।

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