कोविड-19 वैक्सीन की पहली डोज लेने में राज्य में आठवें स्थान पर साहिबगंज
कोरोनारोधी टीकाकरण की पहली डोज लेने में राज्य में सहिबगंज जिला आठवें स्थान पर है। यहां के 604810 लोगों को पहली डोज लगाई गई है जो 71.9 फीसद है। कोरोना की जांच बढ़ाने व वैक्सीनेशन को जारी रखने की जरूरत है।
संवाद सहयोगी, साहिबगंज : कोरोनारोधी टीकाकरण की पहली डोज लेने में राज्य में सहिबगंज जिला आठवें स्थान पर है। यहां के 604810 लोगों को पहली डोज लगाई गई है, जो 71.9 फीसद है। कोरोना की जांच बढ़ाने व वैक्सीनेशन को जारी रखने की जरूरत है। यह जानकारी उपायुक्त रामनिवास यादव ने दी। वह शुक्रवार को कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में कोविड वैक्सीनेशन की प्रगति, नियमित टीकाकारण, कालाजार छिड़काव, टीबी मरी•ाों की जांच, कोरोना जांच, पल्स पोलियो अभियान की प्रगति से संबंधित जिला टास्क फोर्स की बैठक की गई।
हर घर टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के लिए उपायुक्त ने दिया धन्यवाद। उपायुक्त ने कहा कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में स्वास्थ्य कर्मियों, पदाधिकारी एवं डाक्टर्स ने बेहतर कार्य कर जिलेवासियों को सुरक्षित रखते हुए पूरी व्यवस्थाएं उपलब्ध कराई। इस कारण हम सुरक्षित रह सके परंतु संक्रमण के नए वेरिएंट से बचने के लिए हमें और भी सतर्क रहने की आवश्यकता है।
इसलिए सभी संबंधित पदाधिकारी प्रयास •ारी रखें और टीकाकरण की गति को बनाए रखें। इसी संबंध में उन्होंने सभी अंचलाधिकारियों को जांच पर •ाोर देते हुए स्टेशन, हाट बा•ार, भीड़ वाले इलाकों में जांच टीम प्रतिनियुक्त करने का निर्देश दिया। समीक्षा के दौरान बताया गया कि 22 से 24 जनवरी तक पल्स पोलियो अभियान चलाया जाएगा। इस क्रम में प्रखंड वार प्रशिक्षण की स्थिति, पोलियो वैक्सीनेटर के भुगतान की स्थिति, माइक्रोप्लान बनाने, प्रखंड स्तर पर टास्क ़फोर्स की बैठक आदि पर चर्चा की गई।
इस क्रम में मिशन इंद्रधनुष पर चर्चा हुई जहां बताया कि इसके अंतर्गत फरवरी 2022 से अप्रैल तक छुटे हुए बच्चों के आरआइ के लिए राउंड चलाया जाएगा। प्रखंड वार कालाजार से बचाव के लिए हो रहे छिड़काव की स्थिति की जानकारी ली। बताया कि कालाजार से बचाव के लिए स्कूल में भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसी क्रम में टीबी के रोगियों की पहचान के लिए चल रहे टेस्टिग के प्रगति की समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश दिया गया।
बैठक में उप विकास आयुक्त प्रभात कुमार बरदियार, सिविल सर्जन डा. अरविद कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी रोशन साह, डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि चिकित्सक, संबंधित डाक्टर आदि थे।