डेयरी में दूध बेचने पर मूल्य के साथ लाभांश भी

मेधा डेयरी के महाप्रबंधक जयदेव विश्वास ने बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य है कि जिले के दुग्ध उत्पादक किसान प्रेरित हों एवं दुग्ध बाजार में अपने दूध की बिक्री करें। इससे वह आर्थिक रूप से सबल होंगे ही बल्कि जिला दूध का एक बड़ा बाजार बनने में सफल भी होगा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 10:29 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 10:29 PM (IST)
डेयरी में दूध बेचने पर मूल्य के साथ लाभांश भी
डेयरी में दूध बेचने पर मूल्य के साथ लाभांश भी

जागरण संवाददाता, साहिबगंज : उपायुक्त रामनिवास यादव की अध्यक्षता में गुरुवार को झारखंड राज्य सहकारी दुग्ध उत्पादक महासंघ लिमिटेड मेधा डेयरी द्वारा जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें मेधा डेयरी के महाप्रबंधक जयदेव विश्वास ने बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य है कि जिले के दुग्ध उत्पादक किसान प्रेरित हों एवं दुग्ध बाजार में अपने दूध की बिक्री करें। इससे वह आर्थिक रूप से सबल होंगे ही बल्कि जिला दूध का एक बड़ा बाजार बनने में सफल भी होगा। महाप्रबंधक ने कहा कि वह किसान जो डेयरी से जुड़कर यहां दूध बेचेंगे उन्हें हर 10 दिन में सीधे उनके बैंक अकाउंट में पैसा उपलब्ध कराया जाएगा। इस दौरान उपायुक्त रामनिवास यादव ने विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि मेधा डेयरी केवल केवल एक संस्था नहीं है। यह आपकी अपनी संस्था है जिन्हें जिले की कृषकों को चलाना है। यहां पर बनने वाले बीएमसी केंद्र तथा दुग्ध कलेक्शन सेंटर कृषकों द्वारा ही चलाया जाएगा। यहां का दूध एवं उससे बने अन्य उत्पाद विभिन्न जिलों में बेचा जाएगा जिसका फायदा केवल और केवल किसानों को होगा। संस्था न केवल किसानों को उनके दूध का सही मूल्य देगी बल्कि वह संस्था को होने वाले लाभ का प्रतिशत भी किसानों में वितरित करेगी। उपायुक्त ने कहा कि जिले में दूध उत्पादन को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से संस्था के अतिरिक्त दो बीएमसी का एवं कुछ क्षेत्रों में मिल्क कलेक्शन सेंटर भी जिला प्रशासन द्वारा बनाया जा रहा है। उन्होंने सभी किसानों से कहा कि वह इस अपने अपने स्तर पर लोगों को प्रेरित करें कि वह डेयरी में अपना दूध बेचे एवं अपने दूध का सही मूल्य पाएं। कार्यशाला के दौरान किसानों ने उपायुक्त को अपनी समस्याएं भी बतायी। उपायुक्त ने सभी किसानों से कहा कि वह निश्चित रहें कि उन्हें कोई डेयरी में दूध बेचने से उनका कोई नुकसान होगा। कार्यशाला के दौरान पशुपालन पदाधिकारी उपेंद्र सिंह ने किसानों को गव्य विकास से संबंधित योजनाओं की जानकारी दी एवं किसानों के सवालों का उत्तर दिया। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा दो गाय की योजना पर 50 फीसद अनुदान दिया जा रहा है जो किसानों को गाय पालन के लिए प्रेरित कर रही है इसलिए आप सब भी इन योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं। अनुदानित राशि पर गाय लेकर गाय पालने एवं उनका दूध डेयरी में बेचने से उन्हें काफी आर्थिक लाभ मिल सकता है।

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